देश का सबसे बड़ा बैंक भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) कंपनी सामाजिक दायित्व (सीएसआर) गतिविधियों के तहत देश के सबसे ज्यादा प्रभावित राज्यों में कोविड- 19 के मरीजों के इलाज के लिएआईसीयू सुविधा वाले अस्थाई अस्पताल तैयार करेगा।
स्टेट बैंक के चेयरमैन दिनेश कुमार खारा कहा कि बेंक ने इस काम के लिए पहले ही 30 करोड़ रूपए की राशि रख दी है और वह गैर- सरकारी संगठनों और अस्पताल प्रबंधन के साथ इन अस्पतालों को खड़ा करने के लिए संपर्क में है। ये अस्पताल कोविड- 19 की मरीजों के इलाज के लिए आपातकालीन आधार पर तैयार किए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि बैंक कोविड-19 से सबसे ज्यादा प्रभावित राज्यों में 50 आईसीयू बिस्तरों की सुविधा वाले कुल मिलाकर 1,000 बिस्तरों की सुविधा के कुछ अस्थाई अस्पताल बनाना चाहता है। इस लिहाज से किसी स्थान पर यह 120 बिस्तरों वाला हो सकता है जबकि कहीं 150 बिस्तरों की सुविधा वाला अस्पताल बनाया जा सकता है। यह उसे बनाने वाले अस्पताल की क्षमता पर निर्भर करेगा कि वह कितना विस्तार कर सकता है।
यह गौर करने की बात है कि कापोरेट कार्य मंत्रालय ने पिछले सपताह ही अस्थाई कोविड देखाभाल केंद्र स्थापित करने अथवा अस्थाई अस्पताल बनाने को कंपनी सामाजिक जवाबदेही के तहत पात्र गतिविधि माना है। उल्लेखनीय है कि पिछले कुछ दिनों से देश कोरोना वायरस की दूसरी लहर से जूझ रहा है। पिछले आठ दिनों से लगातार रोजाना तीन लाख से अधिक नये मामले सामने आ रहे हैं। हर दिन मरने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है।
स्टेट बैंक की अन्य पहलों के बारे में उन्होंने कहा कि स्टेट बैंक मरीजों के लिए आक्सीजन संक्रेन्द्रकों को उपलब्ध कराने के वासते अस्पतालों और गैर- सरकारी संगठनों के साथ गठबंधन भी कर रहा है। ‘‘हमने एक कार्ययोजना बनाई है। इसके लिए हमने 70 करोड़ रूपए रखे हैं जिसमें से हम कोविड- 19 से जुड़ी गतिविधियां चलाने के लिए 17 सर्किलों को 21 करोड़ रूपए दे रहे हैं।’’
बैंक कर्मचारियों की सुविधा के लिए भी बैंक ने कदम उठाए हैं। इसके लिए उसने देशभर में अस्पतालों के साथ गठबंधन किया है ताकि उसके कर्मचारियों और उनके परिवार के सदस्यों को प्राथमिकता के साथ इलाज की सुविधा मिल सके। बैंक के एक महा प्रबंधक को इस काम के लिए नियुक्त किया गया है। वह समूचे बैंक के स्तर पर कोविड-19 की स्थिति की निगरानी करता है और जितना जल्दी हो सके मदद उपलब्ध कराता है।