पटना : बिहार कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता सदानंद सिंह ने कर्नाटक में वी. एस. येद्दियुरप्पा सरकार बनने का विरोध किया है। उन्होंने कहा कि बीजेपी न तो किसी नीति से चलती है और न ही किसी रीति से। बल्कि वह सिर्फ सुविधाभोगी, अवसरवादी और जोर दृ जबरदस्ती की राजनीति करती है। जैसे कर्नाटक में बहुमत नहीं होते हुए भी येद्दियुरप्पा सरकार को शपथ दिलवा दी।
श्री सिंह ने कहा कि अगर भाजपा ये मानती है कि सबसे बड़े दल को सरकार बनाने का पहला अवसर मिलना चाहिए तो उसे कर्नाटक से पूर्व गोवा, मणिपुर, मेघालय और बिहार में इस नीति को लागू करनी चाहिए। जहां कांग्रेस और उसके सहयोगी दल को अवसर मिलना था। और यदि वह यह मानती है कि बहुमत वाले गठबंधन को सरकार बनाने का हक है तो फिर कर्नाटक में इस रीति का पालन करते हुए कांग्रेस-जेडीएस को अवसर क्यों नहीं दी गयी?
वह कर्नाटक के राज्यपाल के अधिकारों का दुरुपयोग और संविधान की अवहेलना करवा रही है। देश की जनता के समक्ष भाजपा का दोहरा चरित्र उजागर हो चुका है। श्री सिंह ने कहा कि हिन्दुस्तान का लोकतंत्र संवैधानिक मूल्यों, संस्थाओं की स्वतंत्रता, धर्मनिरपेक्षता और सहनशीलता से चलता है। लेकिन अब तक के दृष्टान्तों और राजनैतिक अनुभवों से पता चलता है कि बीजेपी को इन वसूलों में कोई विश्वास है ही नहीं। यह देश की संसदीय शासन पद्धति और प्रजातंत्र को क्षत-विक्षत करने की साजिश है।
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