उज्जैन: विश्व प्रसिद्ध महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग में दिव्यांग आसानी से दर्शन-पूजन कर सकें, इसके लिए विशेष व्यवस्था की गई है। व्यवस्था एक जनवरी से प्रारम्भ की जायेगी। इसके बाद यह व्यवस्था देने वाला महाकाल मंदिर देश में पहला बाधारहित मंदिर बन जाएगा। इसमें दृष्टिहीन श्रद्धालुओं को विशेष प्रकार का हेडफोन उपलब्ध करवाया जाएगा। यह इंटरनेट से कनेक्ट होगा और गूगल नेविगेशन से महाकाल परिसर के हर छोटे-बडे़ मंदिर की जानकारी के साथ ही रास्ता बताता जाएगा।
साथ ही एक विशेष प्रकार की स्टिक तैयार की गई है, जो किसी भी बाधा को दूर से स्कैन कर इंडीकेट करते हुए वाइब्रेट होगी। महाकाल मन्दिर में ब्रेल संकेतक भी लगाये गये हैं। मन्दिर की सम्पूर्ण जानकारी का पत्रक भी ब्रेल में बनवाया जा रहा है। महाकाल मन्दिर में रेम्प के निर्माण के साथ-साथ रेलिंग लगाई गई है। महाकाल धर्मशाला के दो कमरे ग्राउण्ड फ्लोर पर दिव्यांगजनों के लिये आरक्षित रहेंगे। इन कमरों के अन्दर बाधामुक्त वातावरण एवं शौचालय रहेगा। अल्प दृष्टिबाधितों के लिये धर्मशाला के आरक्षित कमरों में बिजली के बटनों पर रेडियम लगाया जायेगा।
कलेक्टर श्री संकेत भोंडवे ने उक्त जानकारी देते हुए बताया कि महाकाल मन्दिर निश्चित ही देश का पहला मन्दिर है, जहां दिव्यांगों के लिये ये सब व्यवस्थाएं की जा रही है। दृष्टिहीन श्रद्धालुओं के लिए तैयार स्पेशल डिवाइस स्मार्ट फोन की तरह होगा, जिसमें हेडफोन लगा होगा। गूगल नेविगेशन मेप से कनेक्ट इस डिवाइस से श्रद्धालु को आगे बढने पर समीप के मंदिर और किस ओर मुड़ना है उसकी सूचना मिलते रहेगी।
इसकी सहायता से दृष्टिहीन श्रद्धालु बिना किसी की मदद के आसानी से सारे मंदिर में घूम सकेंगे। केंद्रीय दिव्यांगता सलाहकार बोर्ड की ओर से विशेष सदस्य नियुक्त पंकज मारू महाकाल मंदिर में दिव्यांगों के लिए पूरी व्यवस्था जुटा रहे हैं। उन्होंने बताया यह डिवाइस स्मार्ट फोन ही होगा, जिसमें एप डाउनलोड रहेगा, जो हेडफोन में मंदिर की जानकारी पहुंचाता रहेगा। इसे जयपुर की एक आईटी कंपनी से तैयार करवाया गया है।