संसद के शून्यकाल में उठा कोविन ऐप और NBFC से जुड़ा मुद्दा, कई नीतियों में सुधार की हुई मांग - Latest News In Hindi, Breaking News In Hindi, ताजा ख़बरें, Daily News In Hindi

लोकसभा चुनाव 2024

पहला चरण - 19 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

102 सीट

दूसरा चरण - 26 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

89 सीट

तीसरा चरण - 7 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

94 सीट

चौथा चरण - 13 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

96 सीट

पांचवां चरण - 20 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

49 सीट

छठा चरण - 25 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

सातवां चरण - 1 जून

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

तीसरा चरण - 7 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

94 सीट

संसद के शून्यकाल में उठा कोविन ऐप और NBFC से जुड़ा मुद्दा, कई नीतियों में सुधार की हुई मांग

राज्यसभा में सोमवार को तृणमूल कांग्रेस के एक सदस्य ने कोरोना वायरस के टीकाकरण के लिए बनाए गए ऐप कोविन के बीच में ही अटकने का मुद्दा उठाया और इसे दुरुस्त करने की मांग की।

राज्यसभा में सोमवार को तृणमूल कांग्रेस के एक सदस्य ने कोरोना वायरस के टीकाकरण के लिए बनाए गए ऐप कोविन के बीच में ही अटकने का मुद्दा उठाया और इसे दुरुस्त करने की मांग की। तृणमूल कांग्रेस के सदस्य शांतनु सेन ने शून्यकाल में यह मुद्दा उठाया और कहा कि कोविड-19 के खिलाफ टीकाकरण के लिए कोविन ऐप बनाया गया है लेकिन यह कई बार बीच में ही अटक (हैंग) जाता है जिससे टीकाकरण अभियान बाधित होता है।
उन्होंने टीकाकरण के लिए अग्रिम पंक्ति के लिए योद्धाओं को चुने जाने की प्रक्रिया का जिक्र करते हुए कहा कि इसमें कई बार ऐसे लोग भी चुन लिए जाते हैं जिनकी दिलचस्पी टीका लेने में नहीं होती। ऐसे में उन लोगों के टीकाकरण में देरी होती है जो टीका लेने के इच्छुक हैं। तृणमूल सदस्य ने ऐप तथा टीकाकरण के लिए चयन प्रक्रिया को दुरुस्त करने की मांग की। शून्यकाल में ही भाजपा नेता सैयद जफर इस्लाम ने गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी (एनबीएफसी) से जुड़ा मुद्दा उठाते हुए कहा कि पिछले साल रिजर्व बैंक द्वारा जारी दिशानिर्देशों से इस क्षेत्र के लिए मुश्किलें पैदा हो रही हैं।
वित्तीय क्षेत्र में ऐसी कंपनियों की अहम भूमिका की चर्चा करते हुए भाजपा सदस्य ने मांग करते हुए कहा कि रिजर्व बैंक को नए दिशानिर्देश जारी करने चाहिए जिस से संबंधित क्षेत्र की परेशानी दूर हो सके। द्रमुक सदस्य पी विल्सन ने तमिलनाडु और पुडुचेरी के गन्ना किसानों की आर्थिक मुश्किलों का जिक्र करते हुए उनके लिए पैकेज दिए जाने की मांग की। द्रमुक सदस्य ने कहा कि चीनी मिलों पर गन्ना किसानों की बड़ी रकम बकाया है और चीनी मिलें करीब 2 साल से गन्ना किसानों को भुगतान नहीं कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि इस दौरान करीब 15 चीनी मिलें बंद हो गयीं जिससे हजारों किसानों की बकाया राशि उसमें अटक गयी, वहीं बड़ी संख्या में चीनी मिलों के कर्मचारी भी बेरोजगार हो गए। भाजपा सदस्य नबाम रेबिया ने आईएएस, आईपीएस और आईएफस अधिकारियों के लिए अरुणाचल प्रदेश की खातिर अलग कैडर गठित करने की मांग की। कांग्रेस के कुमार केतकर और बीजद के सुभाष चंद्र सिंह ने भी शून्यकाल में लोक महत्व के अलग अलग मुद्दे उठाए।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

seven + six =

पंजाब केसरी एक हिंदी भाषा का समाचार पत्र है जो भारत में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के कई केंद्रों से प्रकाशित होता है।