सर्दी के मौसम में कोरोना बढ़ने की आशंकाओं के बीच केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री हर्षवर्धन ने रविवार को कहा कि अभी तक ऐसा कोई प्रमाण सामने नहीं आ पाया है जिससे यह पता चल सके की वातावरण में होने वाले परिवर्तन का कोरोना पर कोई असर पड़ता है या नहीं। हर्षवर्धन ने रविवार को अपने संवाद कार्यक्रम में मौसम में बदलाव के दौरान जानलेवा वैश्विक महामारी कोविड-19 का प्रकोप और बढ़ने को लेकर व्यक्त की जा रही आशंकाओं के सवाल पर यह बात कही।
उन्होंने इसी के साथ लोगों को आगाह किया कि आप इसे मेरी चेतावनी समझ लें या फिर सलाह, लेकिन अगर त्योहारों के दौरान हमने लापरवाही बरती तो कोरोना फिर से विकराल हो जाएगा इसलिए मैं कहूंगा कि त्योहारों के दौरान 2 गज की दूरी, मास्क है जरूरी का पालन जरूर करें। बाहर जाने के बजाय घर पर रह कर परिवार के साथ त्योहार मनाएं। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि दुनिया का कोई भी धर्म अथवा भगवान यह नहीं कहता कि आप लोगों की जिंदगी खतरे में डालकर त्योहार मनाएं।
कोरोना के खिलाफ जंग को जीतने के लिए हमें पीएम मोदी के जन आंदोलन को गंभीरता से लेना होगा। देश और विश्व भर में विकराल हो चुके इस संक्रमण से निपटने के लिए वैक्सीन आने के संबंध में उन्होंने कहा कि देश में कोरोना वैक्सीन पर वैज्ञानिकों की उच्च स्तरीय टीम निरंतर जुटी हुई है उम्मीद है कि घरेलू स्तर पर वैक्सीन अगले वर्ष जुलाई तक आ सकती है। उन्होंने कहा कि एक अनुमान के मुताबिक देश में कोरोना वैक्सीन की पहली खेप में 40 से 50 करोड़ खुराक आ सकती है।
बता दें कि कोरोना वायरस के मामले में अमेरिका के बाद भारत में सर्वाधिक मामले हैं। रविवार को जारी कोरोना वायरस के आंकड़ों में कुल संक्रमित 70 लाख 53 हजार 807 हो गए हैं। इसमें 60 लाख 77 हजार 977 ने इस जानलेवा संक्रमण को मात दे दी है, जबकि 8 लाख 67 हजार 496 अभी इससे ग्रसित हैं। वायरस 1 लाख 8 हजार 334 मरीजों की जान भी ले चुका है।
उन्होंने कहा कि इस खुराक से देश के लगभग 25 करोड़ लोगों को वैक्सीन दी जा सकेगी। सरकार इस बारे में गंभीरता से प्रयास कर रही है कि वैक्सीन आने के बाद इसे किस तरह से लोगों तक आसानी से पहुंचाया जा सके। उन्होंने कहा कि सभी लोगों को एक समान वैक्सीन मिले सरकार का ध्यान इस पर भी केंद्रित है। गौरतलब है कि इस समय देश में 3 कोरोना वैक्सीन पर काम चल रहा है।