नयी दिल्ली : भाकपा के महासचिव डी राजा ने गुरुवार को कहा कि जम्मू कश्मीर में सरकार विदेशी राजनयिकों का भले ही लाल कालीन बिछाकर भव्य स्वागत करा दे, लेकिन इससे उसे कश्मीर में किये गये उसके गुनाहों से दोषमुक्ति नहीं मिलेगी।
राजा ने विभिन्न देशों के राजदूतों के कश्मीर दौरे पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये कहा कि सरकार ने जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के बाद अपने ही देश के सांसदों को कश्मीर जाने की इजाजत नहीं दी थी। उन्होंने कहा, ‘‘पहले सरकार ने यूरोप के दक्षिणपंथी राजनीतिक दलों से ताल्लुक रखने वाले कुछ यूरोपीय सांसदों को कश्मीर दौरे की इजाजत दी थी।जबकि सरकार अपने ही सांसदों को कश्मीर जाने की अनुमति नहीं दे रही है। सरकार ऐसा क्यों कर रही है।’’
उल्लेखनीय है कि अमेरिका सहित 15 देशों के भारत में राजदूत दो दिवसीय श्रीनगर दौरे पर गये हैं। इससे पहले पिछले साल अगस्त में भी कुछ देशों के राजनयिकों को भी सरकार ने कश्मीर का दौरा करने की अनुमति दी थी। राजा ने कहा कि अगर जम्मू कश्मीर में हालात सामान्य हो गये हैं तो सरकार को पहले भारतीय सांसदों के प्रतिनिधिमंडल को वहां भेजना चाहिये था। उन्होंने कहा, ‘‘सरकार ने जो कुछ भी किया है, वह भारतीय संसद, भारत के राजनीतिक दलों और भारत की जनता का अपमान है।’’