लोकसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ‘राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव’ का जवाब दे रहे हैं। आज लोकसभा में भी राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा जारी रही। लोकसभा में बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा, देश ने 2019 का जनादेश पूरी तरह कसौटी पर कसने, हर तराजू पर तौलने के बाद और पूरी जांच-परख के बाद दिया, जनता ने ‘सर्वजन हिताय, सर्वजन सुखाय’ की नीति का अनुमोदन किया। हमें सुरक्षित, मजबूत और समावेशी राष्ट्र के सपने को साकार करने के लिए साथ मिलकर चलना होगा। इस लोकसभा चुनाव से पता चला है कि खुद से ज्यादा भारत के लोग देश की बेहतरी के बारे में सोच रहे हैं, यह भावना सराहनीय है।
लोकसभा में बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा, मैं जानता हूं कि उन चीजों को बदलने में समय लगता है जो पिछले 70 सालों से मौजूद हैं। हम अपने मुख्य लक्ष्य से नहीं हटे या तनु नहीं हुए। हमें आगे बढ़ना होगा, चाहे वह बुनियादी ढांचे के बारे में हो या अंतरिक्ष में हो। हम किसी की लकीर छोटी करने में अपना समय बर्बाद नहीं करते हैं, हम हमारी लकीर लम्बी करने में ज़िन्दगी खपा देंगे आप की ऊंचाई आपको मुबारक हो. आप इतना ऊंचा चले गए हैं की ज़मीन दिखनी बंद हो गई है, जड़ों से उखड गए हैं।
आपातकाल पर बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा, यह किसने किया? यह किसने किया? बहस के दौरान कुछ लोगों द्वारा पूछा जा रहा था। आज 25 जून है। आपातकाल किसने लगाया? हम उन काले दिनों को नहीं भूल सकते। जब देश की आत्मा को कुचल दिया गया था। देश की मीडिया को दबोच दिया गया।
हिन्दुस्तान को जेलखाना बना दिया गया, सिर्फ इसलिए कि किसी की सत्ता न चली जाए। पीएम मोदी ने कहा कि न्यायपालिका का अनादर कैसे होता है वह उसका जीता-जागता उदाहरण है। संविधान को कुचलने का पाप कोई भूल नहीं सकता, यह दाग कभी मिटने वाला नहीं है। इस दाग को बार-बार याद करना चाहिए ताकि फिर से कोई ऐसा पैदा न हो जो इस रास्ते पर जाए।
लोकतंत्र के प्रति आस्था का महत्व समझाने के लिए इसे याद करने की जरूरत है किसी को भला-बुरा कहने के लिए नहीं। स्वतंत्रता संग्राम के दौरान बहादुर महिला और पुरुष राष्ट्र के लिए मर गए। हमें उस भारत का निर्माण करना है जिसका सपना हमारे स्वतंत्रता सेनानियों ने देखा था। मैं गांधी जी की 150 वीं जयंती और भारत की 75 साल की आजादी को बड़े उत्साह के साथ मनाने का आग्रह करता हूं।
व्यापार मुद्दे पर साझे हित को तलाश करने का करेंगे प्रयास : जयशंकर
उन्होंने कहा, सरदार सरोवर बांध सरदार पटेल के दिमाग की उपज था। लेकिन, इस बांध पर काम में लगातार देरी हो रही थी। गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में, मुझे इस परियोजना के लिए उपवास पर बैठना पड़ा। एनडीए के सत्ता में आने के बाद, काम की गति बढ़ गई और इससे कई लोगों को फायदा हो रहा है। आज जब हम जल संसाधनों की बात करते हैं, तो मुझे डॉ. बाबासाहेब अम्बेडकर की याद आती है। यह वह था जिसने जलमार्ग और सिंचाई पर जुनून से काम किया।
पीएम मोदी ने कहा कि हम किसी की लकीर छोटी करने में अपना समय बर्बाद नहीं करते हैं, हम हमारी लकीर लंबी करने में जिंदगी खपा देंगे। आपकी ऊंचाई आपको मुबारक हो। आप इतना ऊंचा चले गए कि जमीन दिखनी बंद हो गई है, जड़ों से उखड़ गए हैं।