1 – किसान आंदोलन : कृषि कानूनों पर सुप्रीम कोर्ट में आज अहम सुनवाई
कृषि कानूनों की वैधता को एक किसान संगठन और वकील एमएल शर्मा ने चुनौती दी है। सर्वोच्च अदालत में आज यानी सोमवार को कृषि कानूनों की वैधता पर सुनवाई होगी। शर्मा ने याचिका में कहा है कि केंद्र सरकार को कृषि से संबंधित विषयों पर कानून बनाने का अधिकार नहीं है। कृषि और भूमि राज्यों का विषय है और संविधान की सातवीं अनुसूची की सूची 2 (राज्य सूची) में इसे एंट्री 14 से 18 में दर्शाया गया है। यह स्पष्ट रूप से राज्य का विषय है। इसलिए इस कानून को निरस्त किया जाए। मुख्य न्यायाधीश एसए बोबडे की अध्यक्षता वाली तीन जजों की के समक्ष सोमवार को ये सुनवाई इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि सरकार ने कहा है कि यदि सर्वोच्च अदालत किसानों के हक में फैसला देता है तो उन्हें आंदोलन करने की जरूरत नहीं रहेगी। गौरतलब है कि पिछली सुनवाई पर कोर्ट ने कहा था कि वह किसान आंदोलन को समाप्त करने और कृषि कानूनों को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर एक साथ सुनवाई करेगा।
2 – Covid-19 Trash : 7 महीनों में देशभर में पैदा हुआ 33 हजार टन कोविड-19 कचरा
अब दुनिया ने कोरोना के साथ जीना सीख लिया है लेकिन अब भी इसके ऐसे कई खतरनाक पहलू हैं जो डरा देने वाले हैं। राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्डों से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार, जून 2020 से, सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों ने 32,994 टन कोविड -19 से जुड़ा बायोमेडिकल वेस्ट {जैव चिकित्सा अपशिष्ट} पैदा किया है। बता दें कि इसे नष्ट करने के लिए 198 आम बायोमेडिकल अपशिष्ट उपचार सुविधाएं (CBWTFs) काम कर रही हैं। कोविड -19 बायोमेडिकल कचरे में पीपीई किट, मास्क, जूते के कवर, दस्ताने, मानव ऊतक, रक्त से दूषित वस्तुएं, शरीर के तरल पदार्थ जैसे ड्रेसिंग, प्लास्टर कास्ट, रूई, रक्त के साथ दूषित बिस्तर या शरीर के तरल पदार्थ, ब्लड बैग, सुई, सीरिंज आदि शामिल हो सकते हैं। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों के अनुसार, भारत ने पिछले सात महीनों में लगभग 33,000 टन कोविड -19 बायोमेडिकल कचरे का उत्पादन किया।
3 – मोदी सरकार पर इस बार होगा रक्षा बजट में बढ़ोतरी का भारी दबाव
एलएसी पर कायम तनाव का असर इस बार रक्षा बजट पर भी साफ नजर आने की संभावना है। सेनाओं की तरफ से दोहरे फ्रंट के खतरों से निपटने और अगले दस सालों की तैयारियों के मद्देनजर ज्यादा बजट की जरूरत बताई गई है। इसके साथ ही पेंशन के बजट में भी बढ़ोतरी का सीधा असर भी रक्षा बजट में दिखेगा। पिछले साल के रक्षा बजट को देखें तो यह कुल 4.70 लाख करोड़ के करीब था। इसमें 1.33 करोड़ रुपए भूतपूर्व सैनिकों की पेंशन का शामिल है। जबकि आधुनिकीकरण के लिए 1.13 लाख करोड़ रखे गए थे, लेकिन तब भी रक्षा विशेषज्ञों ने भावी जरूरतों के मद्देनजर इस बजट को नाकाफी बताया था। पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ खुले नए मोर्चे के कारण जहां तीनों सेनाओं की संचालनात्मक खर्च में भारी बढ़ोतरी हुई है, वहीं चीन और पाकिस्तान के दोनों मोर्चों पर अपनी आगे की तैयारियों को चुस्त-दुरुस्त रखने के लिए भी सेनाओं को अपने संसाधन बढ़ाने पड़ रहे हैं। इसलिए सेनाओं के संचालनात्मक बजट में भी काफी बढ़ोतरी होने लगी है। सूत्रों के अनुसार तीनों सेनाएं नए साल में अगले दस सालों की कार्य योजनाओं को भी अंतिम रूप दे रही हैं। ;
4 – पाकिस्तान : फिर अलापा कश्मीर राग, इमरान खान ने कहा- 370 की बहाली तक भारत से बातचीत नहीं
बिजली संकट से घिरे पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने लोगों का ध्यान पावर कट से हटाने के लिए एक बार फिर से कश्मीर राग अलापा है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने रविवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर का स्वायत्त दर्जा बहाल होने तक भारत से कोई भी बातचीत संभव नहीं है। इस्लामाबाद में डिजिटल मीडिया के प्रतिनिधियों के साथ बातचीत के दौरान भारत के साथ वार्ता की संभावनाओं को लेकर पूछे गए एक सवाल पर इमरान खान ने यह प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, ‘जम्मू-कश्मीर का स्वायत्त दर्जा बहाल होने तक भारत के साथ बातचीत संभव नहीं है।’ उन्होंने दावा किया कि भारत को छोड़कर हमारा किसी के साथ भी शत्रुतापूर्ण संबंध नहीं है। पाकिस्तान को अस्थिर करने की कोशिश कर रहा है भारत।
5 – Air India women pilots created history : नॉर्थ पोल पर उड़ान भर 16000 KM दूरी तय कर सैन फ्रांसिस्को से बेंगलुरु पहुंची फ्लाइट
रविवार को अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को से उड़ान भरने के बाद महिला पायलटों की यह टीम नॉर्थ पोल से होते हुए बेंगलुरु के केम्पेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंची। इस सफर के दौरान करीब 16,000 किलोमीटर की दूरी तय की गई। यह जानकारी समाचार एजेंसी एएनआई ने दी है। फ्लाइट के भारत में लैंड करते ही एयर इंडिया ने अपने ट्विटर हैंडल से स्वागत किया। एयर इंडिया ने ट्वीट कर लिखा, ‘वेलकम होम, हमें आप सभी (महिला पायलटों) पर गर्व है। हम AI176 के यात्रियों को भी बधाई देते हैं, जो इस ऐतिहासिक सफर का हिस्सा बने।’ बता दें कि इस विमान को पूरी तरह से महिला पायलट ही चला रहे थे, जिनमें कैप्टन जोया अग्रवाल, कैप्टन पापागरी तनमई, कैप्टन शिवानी और कैप्टन आकांक्षा सोनवरे शामिल थीं। इस विमान को लीड कैप्टन जोया अग्रवाल कर रही थीं।