तृणमूल कांग्रेस की नेता महुआ मोइत्रा ने नागरिकता (संशोधन) कानून को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है। इस विधेयक को बृहस्पतिवार रात को राष्ट्रपति की मंजूरी मिल गई थी जिसके साथ ही यह कानून बन गया है। मोइत्रा के वकील ने प्रधान न्यायाधीश एस.ए. बोबड़े की अध्यक्षता वाली पीठ के समक्ष तत्काल सुनवाई के लिए शुक्रवार को यह याचिका पेश की।
पीठ ने उन्हें संबद्ध अधिकारी के पास जाने को कहा। मोइत्रा के वकील ने पीठ से अनुरोध किया कि याचिका को आज अथवा 16 दिसंबर को सुनवाई के लिए सूचीबद्ध करें। बता दें कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने बृहस्पतिवार रात को नागरिकता (संशोधन) विधेयक 2019 को मंजूरी दे दी जिसके साथ ही यह अब कानून बन गया है।
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इस कानून में अफगानिस्तान, बांग्लादेश और पाकिस्तान से धार्मिक प्रताड़ना के कारण 31 दिसंबर 2014 तक भारत आए गैर मुस्लिम शरणार्थियों – हिन्दू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाई समुदायों के लोगों को भारतीय नागरिकता देने का प्रावधान है।