देशभर में कोरोना के चलते जारी लॉकडाउन के कारण प्रवासी मजदूरों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। मगर इन सब के बीच, पक्ष-विपक्ष की ओर से इस मुद्दे पर राजनीति अपनी पराकाष्ठा पर है। इस बीच, केंद्रीय मंत्री जितेन्द्र सिंह ने सोमवार को कांग्रेस से कहा कि प्रवासी श्रमिकों की समस्याओं का राजनीतिकरण करने से दूर रहें, खासकर ऐसे समय में जब देश कोरोना वायरस महामारी से जूझ रहा है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार प्रवासी श्रमिकों के मुद्दे को लेकर संवेदनशील है और उनकी कठिनाइयां कम करने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है।
सिंह ने कहा, ‘‘कांग्रेस प्रवासी श्रमिकों की दिक्कतों का राजनीतिकरण कर राजनीतिक लाभ उठाने का असफल प्रयास कर रही है। उन्हें इस पर राजनीति बंद करनी चाहिए। यह इसका समय नहीं है।’’ उनका यह बयान इसलिए महत्वपूर्ण हैं कि कांग्रेस ने भाजपा की केंद्र सरकार पर आरोप लगाया है कि वह प्रवासी श्रमिकों की समस्या के समाधान के लिए पर्याप्त प्रयास नहीं कर रही है। कांग्रेस का कहना है कि प्रवासियों के साथ जो हो रहा है वह ‘‘हमारे समय की सबसे बड़ी मानवीय त्रासदी है।’’
प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्यमंत्री सिंह ने कहा, ‘‘प्रवासी श्रमिकों के मुद्दे पर सरकार काफी संवेदनशील है और उनकी दिक्कतों को दूर करने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है। प्रवासी श्रमिकों के मुद्दे पर राजनीति करने का विपक्ष का प्रयास पूरी तरह अवांछित है। उन्हें जिम्मेदार विपक्षी दल के तौर पर पेश आना चाहिए और दलगत राजनीति से ऊपर उठना चाहिए।’’
गौरतलब है कि बीते शनिवार को ही कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने दिल्ली में प्रवासी श्रमिकों से मुलाकात करके उनकी स्थिति के बारे में जानकारी ली थी। गांधी ने दिल्ली के सुखेदव विहार इलाके के फ्लाईआवेर के निकट मजदूरों से मुलाकात की और उनसे करीब एक घंटे तक बातचीत की थी।