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केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल बोले- राजनीतिक स्वार्थ के चलते किसानों को गुमराह किया जा रहा है

केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने शनिवार को विश्वास जताया कि कुछ ‘‘गुमराह’’ किसान, जो केंद्र के तीन कृषि कानूनों का विरोध कर रहे है, इन बदलावों के पीछे के अच्छे इरादों को समझेंगे।

केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने शनिवार को विश्वास जताया कि कुछ ‘‘गुमराह’’ किसान, जो केंद्र के तीन कृषि कानूनों का विरोध कर रहे है, इन बदलावों के पीछे के अच्छे इरादों को समझेंगे। उन्होंने कहा कि ये दुर्भाग्यपूर्ण है कि कुछ राजनीतिक तत्व निहित स्वार्थों के कारण किसानों को गुमराह कर रहे हैं।
हजारों किसानों ने केंद्र के नए कृषि कानूनों के खिलाफ ‘दिल्ली चलो’ अभियान के तहत शुक्रवार को राष्ट्रीय राजधानी में प्रवेश करना शुरू किया। गोयल ने कहा, ‘‘यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि कुछ राजनीतिक तत्व निहित स्वार्थ के चलते हमारे किसानों को गुमराह कर रहे हैं।
लेकिन मुझे पूरा विश्वास है कि लगभग पूरे देश की तरह किसानों ने भी हमारी नई कृषि पहल का स्वागत किया है, कुछ गुमराह किसान भी किसानों की भलाई के लिए किए गए इन बदलावों के पीछे के अच्छे इरादों को समझेंगे।’’
उन्होंने कहा कि अगर कलम या थर्मस विनिर्माताओं पर इस तरह का कोई प्रतिबंध नहीं है कि उन्हें कहां और किसे अपना सामान बेचना है तो किसान भी उसी आजादी के हकदार हैं। उन्होंने कहा कि सरकार किसानों के हाथ मजबूत करने का काम कर रही है।
गोयल ने कहा कि मुक्त व्यापार समझौते देश के लिए अच्छे हैं और भारत को पारदर्शी व्यापार प्रणाली वाले देशों के साथ इन संधियों का फायदा उठाना चाहिए। उन्होंने कहा कि भारत को शुरुआत में विकसित देशों के साथ एफटीए पर अपनी ऊर्जा लगानी चाहिए, जो बड़े भारतीय बाजार में पहुंच की तलाश कर रहे हैं और जो घरेलू सामानों के लिए अपने दरवाजे भी खोल सकते हैं।
उन्होंने स्वराज्य पत्रिका के एक कार्यक्रम में वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये कहा, ‘‘मेरा मानना ​​है कि एफटीए खराब नहीं हैं, एफटीए देश के लिए अच्छे हैं और हमें उन देशों के साथ एफटीए का लाभ उठाना चाहिए, जो पारदर्शी व्यापार प्रणालियों के साथ काम कर रहे हैं।’’

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