उत्तर प्रदेश को उत्तम प्रदेश बनाने की कसम खाकर यूपी के मुख्यमंत्री बनने वाले योगी आदित्यनाथ ने असामाजिक गतिविधियों में लिप्त बदमाशों के खिलाफ जो कड़ा रुख अपनाया है वो अप दिखने लगा है। योगी आदित्यनाथ ने कड़े शब्दों में अपराधियों को चेतावनी दी थी की या तो वो अपराध करना छोड़ दें या फिर उत्तर प्रदेश छोड़ दें वर्ना उन्हें इसका अंजाम भुगतना पड़ेगा।
ताज़ा रिपोर्ट्स में योगी जी के इस निर्णय की प्रमाणता साफ़ दिख रही है, नयी सरकार आने के बाद से उत्तर प्रदेश पुलिस ने 420 एनकाउंटर किए गए हैं, जबकि 1106 अपराधियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
माना जा रहा है की पुलिस की ये जबरदस्त कार्यवाही इसलिए जारी है क्योंकि उत्तर प्रदेश पुलिस को व्यस्था सुधारने के लिए कड़े से कड़े कदम उठाने के निर्देश जारी किये गए है। साथ ही पुलिस से समय समय पर उनके काम की रिपोर्ट मांगी जा रही है।
पुलिस के इन ताबड़तोड़ एनकाउंटरों में कई most वान्टेड अपराधी मारे जा चुके है और साथ की कई ऐसे अपराधी भी शिकार हुए थे जिनपर एनएसए और गैंगस्टर एक्ट लगा था। अपराधियों का गढ़ बन चुके मेरठ में 193 एनकाउंटर हुए है जिनमे काफी बड़ी संख्या में पुलिस को कामयाबी मिली है।
बताया जा रहा है की ये ऑपरेशन तब तक जरी रखे जायेंगे जब तक उत्तर प्रदेश से अपराध समाप्त नहीं कर दिया जाता। योगी आदित्यनाथ पहले भी बता चुके है की उनका मानना है की अपराधियों में पुलिस और प्रशासन का डर होना जरुरी है तभी अपराध पर लगाम लगे जा सकती है।
पुलिस महकमे को निर्देश दिए गए है की चाहे कोई भी कदम उठाना पड़े उठाये लेकिन रिजल्ट मिलना चाहिए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गृह क्षेत्र गोरखपुर से 13 अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है, साथ ही अपराधियों के साथ पुलिस की दो मुठभेड़ भी हुई है। अलग-अलग एनकाउंटर में मारे गए अपराधियों में मोस्ट वांटेड अपराधी सुनील शर्मा, जयहिंद यादव, रामजी, सुजीत सिंह, कासिम आदि शामिल है।