केंद्र सरकार ने कल यानी शनिवार को कोलकाता में नेताजी की 125 वीं जयंती को लेकर समारोह आयोजित किया था। जहां मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भाषण से पहले दर्शकों का एक वर्ग ‘जय श्री राम’ का नारे लगाने लगा, जिससे स्पष्ट रूप से पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री को नाराज कर दिया और उन्होंने भाषण देने से इंकार कर दिया। जिस पर देश के उप राष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि राष्ट्रवाद का मतलब सिर्फ जय हिंद कहना या ‘जन गण मन’ या ‘वंदे मातरम’ गाना नहीं है।
‘जय हिंद’ का मतलब हर भारतीय की जय हो है, जो तब संभव है जब उनकी जरूरतों का ध्यान रखा जाता है, उन्हें ठीक से खाना मिलता हो, वो कपड़े पहनें और भेदभाव का सामना न करें। उप राष्ट्रतपति नायडू ने आगे कहा कि ‘राष्ट्र’ का मतलब भौगोलिक सीमा नहीं है, राष्ट्र में सब कुछ है, उनका कल्याण, राष्ट्रवाद है। हमारी बेहद खूबसूरत सभ्यता है जो एक-दूसरे की देखभाल करने और समस्याओं को साझा करने का प्रतीक है। हमारे पूर्वजों ने हमें सीख दी है कि पूरा ‘विश्व एक परिवार है’।
जानकारी के लिए बता दें कि एक दिन पहले उप राष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने युवाओं से अनुरोध किया कि वे नेताजी सुभाष चंद्र बोस के जीवन से प्रेरणा लें और समाज से गरीबी, अशिक्षा, सामाजिक व लैंगिक भेदभाव और भ्रष्टाचार जैसी बुराइयों को दूर करने के लिए काम करें। नायडू हैदराबाद में तेलंगाना सरकार के एमसीआर मानव संसाधन विकास संस्थान में बुनियादी (फाउंडेशन) पाठ्यक्रम में शामिल प्रशिक्षु अधिकारियों को बोस की जयंती पर संबोधित कर रहे थे।