पश्चिम बंगाल में बीजेपी को लोकसभा चुनाव 2019 में मिली जीत के बाद आज दो टीएमसी विधायक और एक सीपीएम विधायक बीजेपी में शामिल हो गए है। टीएमसी विधायकों में बीजेपी नेता मुकुल रॉय के बेटे शुभ्रांशु रॉय और तुषारकांती भट्टाचार्य वहीं सीपीएम से विधायक देवेंद्र रॉय शामिल हुए है। साथ ही 50 से अधिक पार्षदों ने भी बीजेपी को ज्वाइन किया है।
राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने सभी विधायक और पार्षदों को सदस्यता दिलाई और कहा, तीन विधायक और 50-60 पार्षद आज बीजेपी में शामिल हो रहे हैं। ऐसे जुड़ाव भविष्य में भी जारी रहेंगे। जैसे पश्चिम बंगाल में सात चरणों में चुनाव हुए, बीजेपी में शामिल होने के सात चरणों में भी होगा। आज सिर्फ पहला चरण था।
बीजेपी में शामिल होने वाले ये पार्षद 24 परगना जिले के कंचरापारा, हलिशहर और नैहाती नगर पालिका के हैं। इसके साथ बीजेपी का भाटपारा नगरपालिका पर कब्जा हो जाएगा। बीजेपी के नवनिर्वाचित सांसद अर्जुन सिंह भाटपारा नगरपालिका के अध्यक्ष हैं।
कैलाश विजयवर्गीय और मुकुल राय की उपस्थिति में ये लोग पार्टी में शामिल हुए। बीजेपी नेता अनिल बलूनी ने बताया कि पार्टी में शामिल होने वाले अन्य विधायकों में तृणमूल कांग्रेस के तुषारक्रांति भट्टाचार्य और माकपा के देवेन्द्र नाथ राय शामिल हैं।
इसके अलावा कई अन्य पार्षद पार्टी में शमिल हुए। तृणमूल कांग्रेस में सेंध लगाने में मुकुल राय की भूमिका मानी जा रही है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि पश्चिम बंगाल में बीजेपी के शानदार प्रदर्शन में मुकुल राय प्रमुख शिल्पकारों में रहे हैं। बीजेपी ने लोकसभा चुनाव में 18 सीटें जीती जबकि तृणमूल कांग्रेस की सीटों की संख्या घटकर 22 पर आ गई।
शुभ्रांशु रॉय को हाल ही में टीएमसी ने सस्पेंड कर दिया था। शुभ्रांशु पर पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप लगा था। जिसके बाद ममता बनर्जी के इशारों पर ये कार्रवाई हुई। टीएमसी के महासचिव ने कहा था कि वो लगातार पार्टी विरोधी बयानबाजी कर रहे थे। अनुशासन इकाई ने इस पर संज्ञान लेते हुए उन्हें बाहर करने का फैसला लिया।