गेहूं की खेती का बुवाई का रकबा 2020-21 के चालू बुवाई सत्र में 254.73 लाख हेक्टेयर हो गया है। यह पिछले साल इसी समय से 2.53 प्रतिशत अधिक है। यह जानकारी शुक्रवार को जारी सरकारी रपट में दी गयी। पिछले साल इसी अवधि में 248.44 लाख हेक्टेयर में गेहूं की बिजायी हुई थी।
कृषि मंत्रालय बयान में कहा, ‘‘रबी की बुवाई की प्रगति अच्छी है। रेपसीड और सरसों सहित गेहूं, दलहन और तिलहन बुवाई के रकबे में अच्छी वृद्धि हुई है।’’ कोविड -19 महामारी के खौफ के दौरान, अभी तक रबी फसलों के तहत बुवाई के रकबे में हुई वृद्धि ‘संतोषजनक’ है।
मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के अनुसार, दलहन की बुवाई का रकबा चालू रबी सत्र के 11 दिसंबर तक 9.10 प्रतिशत बढ़कर 130.59 लाख हेक्टेयर हो गया, जो पिछले साल की समान अवधि में 119.70 लाख हेक्टेयर था। इसी अवधि में तिलहन फसलों की बुवाई का रकबा भी सात प्रतिशत बढ़कर 73.79 लाख हेक्टेयर हो गया, जो पहले 68.93 लाख हेक्टेयर था।
हालांकि, इस साल रबी सत्र में धान बुवाई का रकबा छह प्रतिशत घटकर 10.47 लाख हेक्टेयर है, जो पिछले साल 11.13 लाख हेक्टेयर था।
इसी प्रकार, मोटे अनाजों के बुवाई का रकबा पिछले साल के इसी दौर के 39.90 लाख हेक्टेयर के मुकाबले 6.20 प्रतिशत घटकर 37.43 लाख हेक्टेयर गया। रबी सत्र में अभी तक, सभी रबी फसलों का कुल रकबा पहले के 488 लाख हेक्टेयर के मुकाबले 3.87 प्रतिशत बढ़कर 507 लाख हैक्टेयर हो गया।