देश में कोरोना महामारी का संकट जारी है। इस बीच खबर सामने आ रही है कि संसद का शीतकालीन सत्र इस बार आयोजित नहीं किया जाएगा, लेकिन बजट अपने तय समय फरवरी की बजाए जनवरी में पेश किया जाएगा। इस संबंध में संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने स्पीकर ओम बिरला को एक चिट्ठी भी लिखी है।
प्रह्लाद जोशी के पत्र के अनुसार, सरकार जनवरी में ही बजट सत्र को शुरू कर सकती है। उन्होंने अपने पत्र में कहा, ‘कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए शीतकालीन सत्र के पक्ष में कोई नहीं था। इसके बाद अब सीधे जनवरी में बजट सत्र बुलाया जाएगा।’ वहीं दूसरी तरफ हाल ही में कांग्रेस की ओर से किसानों के मुद्दों पर चर्चा करने के लिए सत्र की मांग की गई थी। इसके अलावा विपक्ष के कई अन्य दल भी किसानों के मुद्दों को लेकर सत्र की मांग कर रहे थे।
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बजट सत्र अक्सर जनवरी के अंत में शुरू होता है, क्योंकि अब बजट 1 फरवरी को पेश होने लगा है। ऐसे में जनवरी के आखिरी सप्ताह में बजट सत्र की शुरुआत होती है, जो बजट पेश होने और उसपर चर्चा होने तक जारी रहता है। देश में वित्त वर्ष 2021-22 के लिए आम बजट पर काम शुरू हो गया है। वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को इस बारे में उद्योगजगत के प्रतिनिधियों के साथ मुलाकात कर उनके सुझाव जाने।