कोरोना महामारी की दूसरी लहर के बीच देश को जल्दी ही एक और वैक्सीन मिलने की उम्मीद नजर आ रही है। अहमदाबाद की दवा बनाने वाली कंपनी जायडस कैडिला (Zydus Cadila) इस महीने अपनी कोरोना वैक्सीन के इमरजेंसी इस्तेमाल के लिए अनुमति मांग सकती है।
जायडस कैडिला के मैनेजिंग डायरेक्टर (MD) शर्विल पटेल ने कहा, “हम इस महीने रेगुलेटर को ट्रायल का डेटा देकर अनुमति मांग सकते हैं। हमें इसी महीने इमरजेंसी यूज ऑथराइजेशन की अनुमति मिल सकती है।” इसके साथ ही उन्होंने प्रति महीने एक करोड़ कोरोना वैक्सीन के उत्पादन का दावा किया है।
शर्विल पटेल ने कहा, “हमने नैदानिक परीक्षणों के लिए अपनी सभी भर्ती लगभग पूरी कर ली है। हमारे पास, भारत में एक कोविड टीका परीक्षण के लिए अब तक की सबसे बड़ी संख्या में रोगियों की भर्ती है। परीक्षण के एक भाग के रूप में टीकाकरण किए गए स्वयंसेवकों की संख्या 28,000 है।” शरविल पटेल ने यह भी कहा कि उनकी कंपनी ने 12-17 आयु वर्ग के बच्चों को भी टीका परीक्षण के लिए शामिल किया है।
शरविल पटेल ने कहा कि जैसे ही प्रभावकारिता डेटा प्राप्त होता है, हम आपातकालीन इस्तेमाल के लिए मंजूरी प्राप्त करने के लिए आवेदन करेंगे। उन्होंने कहा कि जैसे ही मंजूरी मिल जाती है, जुलाई से Zydus Cadila कोविड -19 टीकों का उत्पादन शुरू कर देगा।
उन्होंने कहा, “हम उम्मीद करते हैं कि मई के मध्य में हमारी प्रभावकारिता के आंकड़े देखने को मिलेंगे। हम वैक्सीन की अच्छी मात्रा का उत्पादन करने की उम्मीद करते हैं।” उन्होंने कहा कि मई तक कंपनी कोविड -19 वैक्सीन के सीमित उपयोग के बारे में नियामकों से बात करने की स्थिति में होगी।
जायडस कैडिला ने प्लासमिड DNA वैक्सीन के लिए तीसरे फेज का क्लिनिकल ट्रायल फरवरी में शुरू किया था। इसमें 28,000 पार्टिसिपेंट को शामिल किया गया था। अभी तक देश में वैक्सीन की दो डोज लेने की जरूरत होती है, लेकिन जायडस कैडिला के वैक्सीन की तीन डोज की टेस्टिंग की गई। ये तीनों डोज एक महीने के अंतराल पर लेनी होगी। इसके अलावा कंपनी दो डोज वाली वैक्सीन ZyCoV-D का भी ट्रायल कर रही है। ये ट्रायल भी मई में पूरा होने की उम्मीद है।
जायडस कैडिला की वैक्सीन को मंजूरी मिल जाती है तो कोरोना टीकाकरण अभियान में इस्तेमाल होने वाली यह चौथी वैक्सीन होगी। मेड इन इंडिया, कंपनी की योजना वैक्सीन के उत्पादन को प्रति माह 3-4 करोड़ खुराक तक बढ़ाने की है। इसके लिए दो अन्य विनिर्माण कंपनियों के साथ पहले से ही बातचीत कर रही है।