पुंछ : जम्मू-कश्मीर में बीती 14 जून को सेना के जवान औरंगजेब की आतंकियों ने हत्या कर दी थी। लेकिन अब औरंगजेब की हत्या का बदला लेने के लिए उनके दोस्त और वहां के लोग सऊदी अरब छोड़कर 50 युवक देश लौट आए हैं। अब यह सेना व पुलिस में भर्ती होकर औरंगजेब की शहादत का बदला लेने बेताब है। कब यह सेना व पुलिस में भर्ती हो और कब यह आतंकवादियों का सफाया कर शहीद औरंगजेब की आत्मा को शांति पहुंचा सके।
मुहम्मद करामत, जावेद अहमद, मुहम्मद ताज आदि का कहना है कि जैसे ही हम लोगों को सूचना मिली की हमारे भाई औरंगजेब को आतंकवादियों ने शहीद कर दिया है। हम लोगों ने उसी दिन यह कमस खा ली थी कि हम अपनी नौकरी छोड़कर अपने घर जाएंगे और वहां पर जाकर सेना व पुलिस में भर्ती होकर औरंगजेब की शहादत का बदला जरूर लेंगे।