नई दिल्ली: कश्मीर घाटी के हालात दिन पर दिन बद-से-बदतर होते जा रहे हैं। रमजान के पाक महिने में भी लगातार हिसांत्मक गतिविधियां जारी हैं। शुक्रवार को श्रीनगर में प्रदर्शनकारियों ने सीआरपीएफ के एक वाहन पर पत्थर बरसाए। करीब 500 की संख्या में मौजूद पत्थरबाजों ने यह हमला तब किया जब गाड़ी का ड्राइवर सीआरपीएफ के एक सीनियर अधिकारी को छोड़कर वापस आ रहा था। इसी दौरान पत्थरबाज़ों की भीड़ ने पूरी तरह से गाड़ी को घेर लिया और तोड़फोड़ करने लगे. ड्राइवर किसी तरह अपनी जान बचाते हुए गाड़ी को वहां से निकाल पाया। हालांकि, इस दौरान गाड़ी के पहिये के नीचे तीन लोग आ गये, जिसमें वे घायल हो गए। हालांकि, बाद में तीनों घायलों में से एक की बाद में मौत हो गई।
मृतक के जनाजे के दौरान भी कई जगह हिंसक झड़प की खबरें हैं। यही नहीं, जम्मू कश्मीर के कई इलाके में फिलहाल तनावपूर्ण स्थिति है। सुरक्षा के मद्देनजर श्रीनगर और घटनास्थल के आस-पास के इलाकों में कर्फ्यू लगा दिया गया है। घटना के बाद सीआरपीएफ ने कहा कि हमारी गाड़ी ने गलत टर्न ले लिया था और उसके बाद उग्र युवाओं की भीड़ ने एक वरिष्ठ अधिकारी को ले जा रहे सीआरपीएफ के वाहन को घेर लिया था। वो हमारी गाड़ी के दरवाजे को खोलना चाह रहे थे।
युवक को कुचलने के आरोप में जम्मू-कश्मीर पुलिस ने श्रीनगर की सीआरपीएफ यूनिट पर 2 एफआईर दर्ज किए हैं और मामले में जांच शुरू कर दी है. पत्थरबाज की मौत के बाद आरपीसी की धारा 18 और 19/2018 u/s 307, 148, 149, 152, 336, 427 और 279 के तहत एफआईआर दर्ज किया गया है। पुलिस ने बताया कि श्रीनगर के फतहकदल इलाके का 21 वर्षीय निवासी कैसर भट उस वक्त जख्मी हो गया था जब कल शहर के नौहट्टा इलाके में प्रदर्शन के दौरान कथित रूप से सुरक्षा बलों की गाड़ी की चपेट में आ गया था। इसमें दो अन्य युवक भी घायल हो गये थे।
सरकार ने फोर्स को रमजान में संयम बरतने की दी है सलाह
यह घटना ऐसे वक्त हुई है, जब कुछ दिन पहले राजनाथ सिंह ने घाटी का दौरा किया। बताया जा रहा है कि इससे पहले कई छोटे-छोटे हमले जम्मू-कश्मीर को झेलने पड़े। जैश के कई आतंकियों के घाटी में घुसने की खबर है। ऐसे में कश्मीर हाई अलर्ट पर है. बताया जा रहा है कि आतंकियों की कोशिश रमजान के दौरान सरकार के सीज़फायर को नाकाम करने की है। इसीलिए 16 मई को सीज़फायर के एलान के बाद से घाटी में हिंसा पहले से बढ़ी है। एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि यह घटना उस वक्त की है, जब सीआरपीएफ की गाड़ी अपने सीनियर अधिकारी को छोड़कर वापस आ रही थी। तभी प्रदर्शनकारियों ने गाड़ी को निशाने पर ले लिया। हालांकि, अभी तक घटना पूरी तरह से स्पष्ट नहीं हो पाया है।
वीडियों में दिखा प्रदर्शनकारियों का उग्र विरोध
जो वीडियो फुटेज सामने आया है, उसमें साफ-साफ दिख रहा है कि सीआरपीएफ की गाड़ी भीड़ से घिरी हुई है और भीड़ उस गाड़ी में घुसने की कोशिश कर रही है, और ड्राइवर को बाहर निकालने की कोशिश कर रही है। एक और वीडियो क्लिप में देखा जा सकता है कि गाड़ी प्रदर्शनकारियों के बीच से निकलने की कोशिश कर रही है और पत्थर और ईंटों से भीड़ काफी नजदीक से गाड़ी पर हमला कर रही है। हालांकि, सोशल मीडिया पर मौजूद कुछ तस्वीरों में यह भी कहा जा रहा है कि प्रदर्शन और पत्थरबाजी से पहले सीआरपीएफ की गाड़ी ने एक युवक को कुचल दिया, जिसके बाद यह प्रदर्शन तेज हो गया। हालांकि, जम्मू-कश्मीर पुलिस ने कहा कि कुछ चुनिंदा तस्वीरों से पूरी घटना का पता नहीं चल पाता है।
उमर अब्दुल्ला ने सीएम पर बोला हमला
घटना के बाद नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने सीएम महबूबा मुफ्ती पर हमला बोला। बता दें कि इस मामले पर अभी तक मुख्यमंत्री की ओर से भी कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट किया- इससे पहले उन्होंने कश्मीरी युवक को जीप के सामने बांधा और प्रदर्शनकारियों को डराने के लिए गांव के चारों ओर घुमाया। अब वे प्रदर्शनकारियों पर सीधे अपनी जीप चढ़ा रहे हैं। क्या यह आपका नया तरीका है मुख्यमंत्री साहिबा? सीजफायर का मतलब नो गन्स, इसका मतलब जीप का इस्तेमाल होगा? नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रवक्ता जुनैद आजिम ने ट्वीट कर कहा कि सीआरपीएफ की गाड़ी पर हमला किया गया है, हां, यह सही है। हालांकि, यह स्थानीय पुलिस की विफलता है कि उन्होंने सीआरपीएफ की जिप्सी को करीब 200 अक्रामक भीड़ के बीच से गुजरने की अनुमति दी।
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