जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने आज कहा कि कांग्रेस नेता अहमद पटेल की गुजरात राज्यसभा चुनाव में जीत कभी इतनी मुश्किल नहीं होती और विपक्ष को 2019 के आम चुनावों में भाजपा से मुकाबले के लिए आत्मनिरीक्षण करने और अपनी रणनीति में बदलाव करने की जरूरत है।
उमर ने चुनाव आयोग (EC) की सराहना की और इस कदम को केन्द के दबाव का सामना करना जैसा करार दिया।
नेशनल कान्फ्रेंस के कार्यकारी अध्यक्ष ने ट्वीट किया कि अहमद भाई की जीत बहुत स्वागत योज्ञ कदम है लेकिन यह इतनी मुश्किल नहीं होती। आत्मनिरीक्षण और रणनीति बदलने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि हमें यह समझने के लिए और कितने साक्ष्य की जरूरत होगी कि हम विपक्षी पार्टियां एक कठोर, राजनीतिक मशीन में बदल गयी भाजपा के खिलाफ हैं।
चुनाव आयोग की भूमिका पर उन्होंने एक और ट्वीट में कहा कि 5 वरिष्ठ कैबिनेट मंत्रियों के दबाव का डट कर सामना करते हुये एक फैसला सुनाया जो भाजपा को झटका देने वाला है।