अमरनाथ यात्रा के लिए श्रद्धालुओं का पहला जत्था आज सुबह रवाना हो गया है। यह जत्था भगवंत नगरग में जम्मू के बेस कैंप से कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच रवाना किया गया है। इस यात्रा में शामिल होने के लिए देशभर के अलग-अलग हिस्सों से लोग आए थे। वही ,यह तीर्थयात्रा बालटाल और पहलगाम से शुरू हुई है। दोनों ही जगह पर शिविर स्थल बनाया गया था, जहां सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।
वही ,इस बीच हिज्बुल मुजाहिद्दीन ने एक वीडियो जारी कर कहा है कि वह अमरनाथ यात्रा पर जाने वाले श्रद्धालुओं पर हमला नहीं करेंगे। आपको बता दे कि हिज्बुल मुजाहिद्दीन की ओर से कथित तौर पर जारी किया गया एक ऑडियो सामने आया है जिसमें उसने अमरनाथ जाने वाले श्रद्धालुओं को उनकी सुरक्षा को लेकर आश्वस्त किया है। ऑडियो में कहा गया है कि श्रद्धालुओं को तब तक डरने की जरूरत नहीं है जब तक वह कश्मीर केवल अपने धार्मिक कर्तव्यों को पूरा करने आ रहे हैं।
ऑडियो में सुनाई दे रही आवाज आतंकवादी समूह के कमांडर रियाज नाइकू की बताई जा रही है।हालांकि इस ऑडियो की प्रमाणिकता की पुष्टि नहीं हो सकी है। वाट्सएप पर प्रसारित हुई 15 मिनट की इस क्लिप के साथ नाइकू की तस्वीर है।
आपको बता दें कि अमरनाथ यात्रा के चलते सुरक्षा बलों की तादात घाटी में 15 फीसदी तक बढ़ाई गई है। सबसे ज्यादा तैनाती सीआरपीएफ के जवानों की है। पिछले साल 183 कंपनिया थी। इस साल 213 अर्धसैनिक बल की कंपनिया हैं। मौजूदा समय में 20 हजार सीआरपीएफ के जवान घाटी में तैनात हैं।
इसके अलावा बीएसएफ, आईटीबीपी और एसएसबी की 100 कंपनी, 9000 जवान घाटी में तैनात हैं। जबकि पिछले साल ये करीब 7000 थे। इसके अलावा 20 जम्मू कश्मीर पुलिस की कंपनियों के 2000 जवान मौजूद हैं। सेना की 2 यूनिट के करीब 1000 जवान बाहरी यात्रा बंदोबस्त ड्यूटी पर मौजूद हैं।
28 जून को सुबह गवर्नर पवित्र गुफा में पहली आरती करेंगे. इसके बाद यात्रा शुरू होगी। बताया जा रहा है कि अमरनाथ यात्रा शुरू होने से पहले सुरक्षा एजेंसियों ने वाहनों पर नजर रखनी शुरू कर दी है। आरएफ- आईडी यानि रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन के जरिए वाहनों पर नजर रखी जा रही है।
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