पीपुल्स अलायंस फॉर गुपकार डिक्लेरेशन (पीएजीडी या गुपकार गठबंधन) ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में जम्मू-कश्मीर पर हाल ही में हुई सर्वदलीय बैठक के नतीजों पर निराशा जाहिर की। गठबंधन ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में राजनीतिक बंदियों की रिहाई जैसे विश्वास बहाली के उपायों की कमी से निराशा है।
गठबंधन ने कहा जम्मू-कश्मीर का पूर्ण राज्य का दर्जा बहाल होने के बाद ही यहां पर विधानसभा चुनाव करवाए जाने चाहिए। भाजपा नीत केंद्र सरकार इस विषय पर संसद में किए गए अपने वादे का सम्मान करे। पीएजीडी के प्रवक्ता एवं माकपा नेता एमवाई तारिगामी ने एक वक्तव्य में कहा कि ‘‘जहां तक जम्मू-कश्मीर के पूर्ण राज्य के दर्जे की बात है तो इस बारे में भाजपा ने संसद में वादा किया था और उन्हें अपनी बात का सम्मान करना चाहिए।’’
तारिगामी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव ‘‘पूर्ण राज्य का दर्जा बहाल होने के बाद ही करवाए जाने चाहिए।’’ उन्होंने कहा, ‘‘इसके लिए पीएजीडी ने जम्मू-कश्मीर के अन्य सियासी दलों से बात करने का फैसला किया है ताकि इस मुद्दे पर एक समान रूख बनाया जा सके।’’
रविवार शाम को नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला की अध्यक्षता में उनके आवास पर गुपकार गठबंधन की बैठक हुई थी।
इसमें बताया गया कि बैठक में गठबंधन की उपाध्यक्ष एवं पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती, तारिगामी, नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता हसनैन मसूदी, पीपल्स मूवमेंट के प्रमुख जावेद मुस्तफा मीर और अवामी नेशनल कॉन्फ्रेंस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष मुजफ्फर अहमद शाह शामिल हुए। प्रवक्ता ने बताया कि 24 जून को दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई सर्वदलीय बैठक के बारे में चर्चा करने के लिए यह बैठक बुलाई गई थी।