जम्मू-कश्मीर में इस महीने आतंकी घटनाओं में बढ़ोतरी हुई है। आतंकी गैर-कश्मीरियों की टारगेट किलिंग कर रहे हैं। वहीं, सेना के जवान भी आतंकियों को मुंहतोड़ जवाब देते हुए एनकाउंटर कर रहे हैं। इस बीच जम्मू-कश्मीर में गैर-कश्मीरी मजदूरों के आतंकियों द्वारा लगातार निशाना बनने के बाद प्रशासन ने कश्मीर के कई इलाकों में इंटरनेट सेवा रोकी गई है। आपको बता दें की प्रशासन ने एहतियात के तौर यह कदम उठाया है।
कश्मीर के किन इलाकों में इंटरनेट सेवाओं पर रोक
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार कश्मीर के जिन इलाकों में इंटरनेट सेवाओं पर रोक लगाई गई है उसमें श्रीनगर के ईदगाह, कमरवारी, शौरा, एमआर गुंग, नौहट्टा, अंचार आदि इलाके शामिल हैं। इसके अलावा, कुलगाम के वानपोह, किमोह और उत्तर पुलवामा में भी मोबाइल इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है। घाटी के कुल 11 इलाकों में इंटरनेट सेवाएं रोकी गई हैं।
आतंकी क्यों बना रहे आम नागरिको को निशाना ?
घाटी में आततंकवादियों ने एक नई रणनीति पर काम करना शुरू किया है। आतंकी आम नागरिकों को निशाना बनाने के लिए हिट एंड रन की स्ट्रैटजी अपना रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार , सिविलयन को निशाना बनाने के बाद ये आतंकी ओवर ग्राउंड वर्कर के साथ मिलकर काम करने लगते हैं। इसी वजह से एनआईए और पुलिस ने नए इन आतंकियों की कमर तोड़ने के लिए ताबड़तोड़ एंटी-टेरर ऑपरेशंस शुरू किए हैं। पिछले दस दिनों में सेना के जवानों ने नौ एनकाउंटर्स किए हैं, जिसमें 13 आतंकवादी ढेर किए जा चुके हैं।