जम्मू-कश्मीर के अंतिम डोगरा शासक महाराज हरि सिंह की जयंती 23 सितंबर को अवकाश घोषित करने की मांग को लेकर युवा राजपूत सभा (वाईआरएस) के कुछ कार्यकर्ता मंगलवार को जम्मू में भूख हड़ताल पर बैठ गए।वाईआरएस अध्यक्ष राजन सिंह हैप्पी के नेतृत्व में संगठन के कार्यकर्ता शहर के बीचोंबीच तावी पुल पर स्थापित महाराज हरि सिंह की प्रतिमा के सामने जमा हो गए और भूख हड़ताल शुरू कर दी।
जोरावर सिंह जामवाल भी प्रदर्शन में शामिल
शिवसेना, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) और अपनी पार्टी सहित विभिन्न सामाजिक एवं राजनीतिक संगठनों के नेताओं ने भी वाईआरएस कार्यकर्ताओं का साथ दिया। टीम जम्मू के अध्यक्ष जोरावर सिंह जामवाल भी प्रदर्शन में शामिल हुए।जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने लंबे समय से चली आ रही इस मांग पर विचार करने के लिए जनवरी 2022 में चार सदस्यीय समिति का गठन किया था।
महाराज की जयंती पर छुट्टी की घोषणाका दबाव
हैप्पी ने संवाददाताओं से कहा, “हम अपने महान महाराज को श्रद्धांजलि देने के लिए उनकी जयंती पर सार्वजनिक अवकाश घोषित करने की हमारी मांग पर सरकार द्वारा गठित समिति के भविष्य के बारे में नहीं जानते हैं, जिन्होंने जम्मू-कश्मीर के विलय के दस्तावेज पर हस्ताक्षर करके उसे भारत का ताज बनाया था।”उन्होंने कहा, “हम शाम को तय करेंगे कि भूख हड़ताल जारी रखी जाए या समाप्त की जाए। हम प्रशासन पर 23 सितंबर को महाराज की जयंती पर छुट्टी की घोषणा करने का दबाव बनाने के लिए अपनी आखिरी सांस तक लड़ने को तैयार हैं।”शिवसेना की जम्मू-कश्मीर इकाई के अध्यक्ष मनीष साहनी ने कहा कि यह मांग लोगों की भावनाओं से जुड़ी हुई है।