पाकिस्तान समर्थित आतंकवादी साजिश मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने मंगलवार को जम्मू-कश्मीर में कई स्थानों पर छापेमारी की। कुल 12 ठिकानों पर छापेमारी की गयी जो देर शाम तक जारी चली। इनमें से 11 स्थान कश्मीर घाटी में स्थित है जिनमे 8 पुलवामा जिले में, एक एक कुलगाम, अनंतनाग और बडगाम जिलों में और एक जम्मू के पुंछ जिले में है।
एनआईए ने बताया कि यह तलाशी साजिश रचने से संबंधित मामले में थी।,इस मामले में भौतिक और साइबर स्पेस दोनों के माध्यम से जम्मू-कश्मीर में स्टिकी बमों, आईईडी और छोटे हथियार से हिंसक आतंकवादी हमलों को अंजाम देने के लिए प्रतिबंधित आतंकवादी संगठनों द्वारा बनाई गई योजना से जुड़े थी।
यह योजना जम्मू-कश्मीर में सांप्रदायिक वैमनस्य पैदा करने के लिए स्थानीय युवाओं या भूमिगत कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए आतंकवादी समूहों की एक बड़ा साजिश का हिस्सा है।
एनआईए ने आगे बताया कि साजिश में शामिल संगठनों की पहचान लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी), जैश-ए-मोहम्मद (जेएम), हिज्ब-उल-मुजाहिदीन (एचएम), अल-बदर, अल-कायदा के अलावा अन्य के रूप में की गई थी।
वही , एनआईए कहा कि आतंकी साजिश को लेकर 21 जून 2022 को स्वत: संज्ञान लेते हुए मामला दर्ज किया था।
एनआईए ने कहा कि मंगलवार को कैडरों और हाइब्रिड ओवरग्राउंड वर्कर्स के परिसरों में भी छापेमारी की जा रही है। जो इन संगठनों से संबद्ध और ऑफशूट से जुड़ थे, जो ‘‘द रेजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ)’’, ‘‘यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट’’ जैसे छद्म नामों से काम कर रहे थे।