जल संसाधन मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने गुरुवार को बताया कि पाकिस्तान ने सिंधु जल संधि के तहत अनिवार्य रूप से सिंधु बेसिन के दौरे के लिए भारत को आमंत्रित किया है।
पाकिस्तान के सिंधु आयुक्त की अगुवाई में पाक प्रतिनिधिमंडल ने गुरुवार को भारतीय सीमा में चिनाब बेसिन के चार दिवसीय दौरे के समापन के बाद भारत को पाक आने का न्यौता दिया ।
पाकिस्तानी सिंधु आयुक्त सैयद मोहम्मद मेहर अली शाह ने भारतीय आयुक्त पी के सक्सेना और सलाहकारों के साथ चिनाब बेसिन में निर्माणाधीन भारतीय जल विद्युत परियोजनाओं का दौरा किया ।
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इन परियोजनओं का नाम पाकल दुल (1000 मेगावाट), राटले (850 मेगावाट) और लोअर कलनई (48 मेगावाट) है । प्रतिनिधिमंडल ने बगलिहार स्थित पनबिजली परियोजना (900 मेगावाट) का भी दौरा किया।
अधिकारी ने बताया, ‘पाकिस्तानी आयुक्त ने अपने समकक्ष को पाकिस्तानी सीमा में सिंधु बेसिन की यात्रा के लिए आमंत्रित किया। भारतीय आयुक्त और उनके सलाहकारों की यात्रा पाकिस्तान में दोनों आयुक्तों के बीच तय की जाने वाली एक सुविधाजनक तारीख पर की जाएगी।’
उल्लेखनीय है कि यह दौरा पहले अक्टूबर 2018 में निर्धारित किया गया था, लेकिन जम्मू-कश्मीर में स्थानीय निकायों और पंचायत चुनावों के कारण यात्रा को स्थगित कर दिया गया था ।
भारत और पाकिस्तान के बीच 1960 में हस्ताक्षरित सिंधु जल संधि के तहत यह दौरा अनिवार्य है ।
प्रतिनिधिमंडल शाम को दिल्ली लौट आया । 27 जनवरी को भारत आया पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल शुक्रवार को स्वदेश लौट जाएगा।