श्रीनगर: दिल्ली पब्लिक स्कूल श्रीनगर ने गांदरबल की परवीना आयूब को सत्या देवी अमला पुरस्कार और दो साल की पूरी तरह से फंडेड स्कालरशिप प्रदान की है। परवीना ने कड़े संघर्षों और गरीबी की बाधाओं के बावजूद अपनी दसवीं कक्षा की परीक्षा में 500 में से 490 अंक हासिल किए है। इस पुरस्कार के तहत परवीना को 50000 रुपये की नकद राशि भी प्रदान की गयी है।
जानकारी के मुताबिक, परवीना के पिता आयूब की आय बेहद कम है और उसी कमाई में वो अपनी चार बेटियों और पत्नी सहित छह लोगों के परिवार का पालन पोषण करते है। परवीना का परिवार एक कमरे के टिन शेड में रहता है। आर्थिक रूप से कमजोर पृष्ठभूमि से आने वाली, परवीना तमाम कष्टों से गुजरती रही लेकिन दृढ़ता और प्रयासों को कभी कम नहीं होने दिया। बेहद विषम परिस्थितियों में रहकर भी परवीना ने अच्छे ग्रेड हासिल किये और साबित किया ‘जहां चाह वहां राह। ‘
बता दें, दिल्ली पब्लिक स्कूल लिंग समानता को प्रोत्साहित करने और महिला सशक्तीकरण को बढ़ावा देने की अपनी परंपरा को ध्यान में रखते हुए, हर साल एक मेधावी छात्रा को 50,000 रुपये का नकद पुरस्कार प्रदान करता है। दिल्ली पब्लिक स्कूल, श्रीनगर द्वारा सत्या देवी के नाम पर दृष्टिबाधितों के लिए एक वोकेशनल सेंटर भी चलाया जाता है।
नकद पुरस्कार और छात्रवृत्ति की घोषणा करते हुए, डीपीएस श्रीनगर के अध्यक्ष विजय धर ने कहा, “हम पुरस्कार प्राप्तकर्ताओं और सपने देखने वालों के सपनों को पूरा करने के लिए जिम्मेदार महसूस करते हैं, और किसी भी हालत में हम संसाधनों की कमी के लिए उनके सपनों को बेकार नहीं जाने दे सकते। परवीना की सफलता को और अधिक प्रोत्साहित करने की जरुरत है और हमने आगे इनकी प्रतिभा को निखारने के लिए सबसे अच्छा मंच प्रदान किया। ”
विजय धर ने यह भी दोहराया कि दिल्ली पब्लिक स्कूल श्रीनगर शिक्षाविदों और अन्य सह-पाठ्यचर्या और पाठ्येतर क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने के लिए परवीना को सर्वश्रेष्ठ मंच प्रदान करेगा।