देश में कोरोना वायरस के कहर को देखते हुए 14 अप्रैल तक लॉकडाउन जारी है। कोविड-19 ने देश के कई राज्यों में फैल चुका है। कश्मीर में कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के वास्ते लोगों की आवाजाही और उनके एकत्र होने पर लगाई गई पाबंदियां बुधवार को लागू रही। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। जम्मू कश्मीर में कोरोना वायरस के मामलों की संख्या 55 हो गई है।
अधिकारियों ने बताया कि संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए पूरी घाटी में लोगों की आवाजाही को कम किया गया है। उन्होंने बताया कि ज्यादातर सड़कों को सील कर दिया गया है और सुरक्षा बलों ने कई स्थानों पर जांच के लिए अवरोधकों को लगाया है। प्रशासन ने लोगों से इसमें सहयोग करने को कहा है। साथ ही प्रशासन ने निषेधाज्ञा आदेशों का उल्लंघन करने वाले लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की चेतावनी भी दी है।
पिछले कुछ दिनों में निषेधाज्ञा आदेशों का उल्लंघन करने के लिए पुलिस ने घाटी में कई लोगों को गिरफ्तार किया है। अधिकारियों ने बताया कि घाटी में बाजार बंद है और सड़कों से सार्वजनिक परिवहन भी नदारद रहा। केवल किराने और दवा दुकानें खुली है। कश्मीर में शैक्षणिक संस्थान बंद है जबकि जिम, पार्क, क्लब और रेस्तरां भी बंद है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना वायरस से निपटने के लिए हालांकि 24 मार्च की रात पूरे देश में लॉकडाउन की घोषणा की थी लेकिन केन्द्र शासित प्रदेश ने 22 मार्च को ही पूरे जम्मू कश्मीर में 31 मार्च तक लॉकडाउन करने की घोषणा कर दी थी।
प्रशासन ने कहा कि स्वास्थ्य कर्मियों सहित आवश्यक सेवाओं को प्रतिबंधों से मुक्त रखा गया है। इस केन्द्र शासित प्रदेश में कोरोना वायरस के मंगलवार को छह नये मामले सामने आये थे जिसके बाद कुल मामलों की संख्या 55 हो गई है।घाटी में दो मरीजों की मौत हो चुकी है जबकि कश्मीर और जम्मू से एक-एक मरीज स्वस्थ हो चुके है।