अभिनेत्री के बाद नेता बनी उर्मिला मातोंडकर मंगलवार को नगरोटा से सुबह कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा में शामिल हुई। इस पदयात्रा में उनका स्वागत करने के लिए कांग्रेस कार्यकर्ता और समर्थक खड़े थे। बता दें कि मातोंडकर पहले कांग्रेस पार्टी की नेता रह चुकी है उन्होंने 2019 में कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था जिसके बाद वह 2020 में शिवसेना पार्टी में शामिल हो गई थी।
कौन-कौन इस यात्रा में हुए शामिल?
क्रीम रंग के पारंपरिक कश्मीरी फेरन और सिर पर स्कार्फ पहने हुए मातोंडकर को पदयात्रा के दौरान राहुल गांधी से बातचीत करते हुए देखा गया। प्रख्यात लेखक पेरुमल मुरुगन तथा जम्मू कश्मीर प्रदेश कांग्रेस समिति के अध्यक्ष विकार रसूल वानी, उनके पूर्ववर्ती जी ए मीर और पूर्व मंत्री तारिक हामिद कर्रा भी तिरंगा लेकर सैकड़ों लोगों के साथ पदयात्रा करते नजर आए।
कहा होगी यात्रा खत्म जानें ?
कन्याकुमारी से सात सितंबर को शुरू हुई यह पदयात्रा बृहस्पतिवार को पंजाब से जम्मू कश्मीर पहुंची और सोमवार को इसने जम्मू शहर में प्रवेश किया। पदयात्रा के श्रीनगर में समाप्त होने से पहले जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर रामबन तथा बनिहाल में रात्रि विराम करने का कार्यक्रम है। श्रीनगर में 30 जनवरी को शेर-ए-कश्मीर क्रिकेट स्टेडियम में एक विशाल रैली के साथ यह पदयात्रा संपन्न होगी।
यात्रा के दौरान राहुल ने सुनी लोगों की समस्या
लद्दाख क्षेत्रीय कांग्रेस अध्यक्ष नवांग रिगजिन जोरा की अगुवाई में लद्दाख के 65 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने यात्रा की शुरुआत में गांधी के साथ चलते हुए, उन्हें अपने लोगों के मुद्दों से अवगत कराया। विस्थापित कश्मीरी पंडित महिलाओं का एक समूह अपने पारंपरिक परिधान पहने और फूल की पत्तियां लिए राहुल का स्वागत करने के लिए मशहूर कोल-कंडोली मंदिर के बाहर इंतजार करते दिखा। गीता कौल ने मीडिया से कहा, हम कश्मीर से पलायन करने के बाद तीन दशक से जम्मू में भटक रहे हैं। हम गांधी का स्वागत करने के लिए यहां आए हैं क्योंकि वह घाटी में हमारे पुनर्वास में मदद कर सकते हैं। कांग्रेस ने ही पहले हमारे युवाओं को रोजगार पैकेज उपलब्ध कराकर समुदाय के लिए काम किया है। उन्होंने कहा कि उनके सामने सबसे बड़ा मुद्दा समुदाय का पुनर्वास है तथा भाजपा इस अभियान में बुरी तरह नाकाम’’ रही है एवं उसने ‘‘हमें नजरअंदाज’’ किया है। करीब डेढ़ घंटे के सफर के बाद यह पदयात्रा विराम लेगी और दोपहर दो बजे उधमपुर जिले में रेहमबल सैन्य द्वार के समीप फिर से शुरू होगी।