कश्मीर घाटी में पिछले चार दिनों से लगाता हो रही भारी बर्फबारी होने के चलते यातायात सेवाएं बड़ी ही बुरी तरीके से प्रभावित हुई हैं, जिससे देश के बाकी हिस्से से यहां का संपर्क टूट गया है। जम्मू और कश्मीर प्रशासन ने घाटी में ऑटोमोबाइल और खाना पकाने के ईंधन के राशनिंग का आदेश दिया है।
कश्मीर संभाग के आयुक्त पी.के. पोले ने संबंधित विभागों को घाटी में राशनिंग सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है। दोपहिया वाहन 3 लीटर तक ईंधन ले सकते है, निजी कारें 10 लीटर और कॉमर्शियल वाहन 20 लीटर प्राप्त कर सकते है। एलपीजी सिलेंडर उचित पावती को देखने के बाद 21 दिनों के बाद ही उपभोक्ता को मिलेगा।
प्रशासन ने यह आदेश घाटी में पिछले दिनों हो रही जोरदार हिमपात के कारण वायु तथा सड़क यातायात में आ रही बाधाओं के मद्देनजर दिया है। आदेश में कहा गया है कि संबंधित ज्यादा कीमत वसूलने, कालाबाजारी तथा मुनाफाखोरी में लिप्त व्यक्तियों पर शिकंजा कसने के लिए बाजार की जांच करेंगे तथा संबंधित तहसीलदार तथा तालुक आपूर्ति अधिकारी अकस्मात दौरा करेंगे तथा इन निर्देशों को लागू करना सुनिश्चित करेंगे। इसके बाद संबंधित उपायुक्त को रिपोर्ट सौंपेंगे।”
कश्मीर में घाटी में पिछले 48 घंटों से रुक-रुक कर हो रही भारी बर्फबारी की वजह से खराब रहा मौसम
जम्मू-कश्मीर प्रशासन के फैसले से घाटी के लोग नाराज है। एक स्थानीय निवासी ने कहा कि एक तरफ प्रशासन कह रहा है कि वे सर्दियों के लिए पूरी तरह से तैयार है और उनके पास पर्याप्त स्टॉक है, और दूसरी तरफ उपभोक्ताओं को गैस सिलेंडर लेने के लिए तीन सप्ताह तक का इंतजार करना होगा।
एक स्थानीय निवासी ने कहा कि मैंने पहली बार ईंधन की राशनिंग के बारे में सुना है। श्रीनगर-जम्मू सड़क एक सप्ताह के लिए बंद रहेगी। क्या यह राशनिंग का मतलब है कि उनके पास एक सप्ताह तक भी स्टॉक नहीं है? इस बीच जम्मू-कश्मीर आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने पुंछ, राजौरी, रामबन, डोडा और बांदीपोरा समेत कई ऊंचाई वाले इलाकों में हिमस्खलन की चेतावनी जारी की है। लोगों से बेमतलब घरों से निकलने के लिए मना किया गया है। इसके साथ ही घाटी के कुलगाम के ऊंचे इलाकों में रहने वाले 22 परिवारों को अब तक सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।