केरल में भारी बारिश के कारण आई बाढ़ से तबाही मची हुई है। चारों तरफ सिर्फ पानी ही पानी है। आम जीवन पूरी तरह अस्त व्यस्त है। केरल में मरने वालो की संख्या 14 पहुंच चुकी है। एर्नाकुलम, त्रिशूर, पठानमथिट्टा, मलप्पुरम जिलों में बीती रात जोरदार बारिश होने कारण कई घरों में पानी भर गया।
वहीं कोझिकोड के वटाकारा के पास विलांगड में आज सुबह हुए भूस्खलन के बाद चार लोग लापता हो गए और चार मकान बह गए राजस्व अधिकारियों के मुताबिक भूस्खलन के कारण चार मकान बह गए। इस हादसे में एक परिवार के चार सदस्यों की मौत हो गई। बचाव दल लापता लोगों को बचाने के प्रयास में जुटी हुई है। राहत कर्मियों के प्रयास भी जारी हैं।
भारी बारिश के कारण राज्य की सभी शैक्षणिक संस्थान बंद
मलप्पुरम और कोझीकोड को जोड़ने वाली प्रमुख सड़कें जल भराव के कारण बंद हैं। प्रशासन ने भारी बारिश को देखते हुए सभी शैक्षणिक संस्थानों में शुक्रवार को छुट्टी घोषित कर दी गई। सुबह में जारी आधिकारिक प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक कॉलेज और मदरसा समेत सभी शैक्षणिक संस्थान अगले आदेश तक बंद रहेंगे।
विज्ञप्ति के मुताबिक पूर्व में घोषित विश्वविद्यालय और बोर्ड परीक्षाओं के लिए छुट्टी लागू नहीं होगी एवं ये परीक्षाएं पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार होंगी। राज्य के कई निचले इलाके और सड़क मार्ग बाढ़ से प्रभावित हैं। कई स्थानों पर पेड़ के गिरने से वाहनों का आवागमन भी बाधित है।
अब तक 18,308 लोगों को राहत शिविरों में भेजा गया
राज्य में लगातार हो रही भारी बारिश की वजह से शुक्रवार तक 5,090 परिवारों के करीब 18,308 लोगों कों 266 राहत शिविरों में भेजा गया। सूत्रों ने बताया कि वायनाड जिलें में 2,812 परिवारों के करीब 9,951 लोगों को 105 राहत शिविरों में पहुंचाया गया है। वायनाड जिले में कई जगहों पर भारी बारिश की वजह से भूस्खलन भी हुए हैं।
मलाप्पुरम जिले में 993 परिवारों के 4,106 लोगों को 26 राहत शिविरों में ले जाया गया है। एर्नाकुलम जिले में 41 राहत शिविर स्थापित किये गये हैं और उनमें 237 परिवारों के 812 लोगों को भेजा गया है। राज्य के कोझीकोड जिले में करीब 1,017 लोगों को 349 राहत शिविरों में शरण दी गई है।
केरल में भारी बारिश से हवाई और रेल यातायात बाधित
इडुक्की जिले में 799 लोगों को 232 राहत शिविरों और कन्नूर जिले में 807 लोगों को 200 राहत शिविरों में शरण दी गई है। केरल में भारी बारिश के कारण जगह-जगह पानी भर जाने की वजह से कोच्चि अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का संचालन रविवार अपराह्न तीन बजे तक स्थगित रहेगा जबकि चेरथलई के समीप पटरियों पर पेड़ के गिरने से अलप्पुझा और एर्नाकुलम के बीच रेल यातायात बाधित है।
हवाईअड्डे की तरफ से जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार यात्रियों को इससे संबंधित पूछताछ के लिए एक आपताकालीन नियंत्रण-कक्ष का नंबर उपलब्ध कराया गया है। विज्ञप्ति में बताया गया है कि हवाई अड्डे का संचालन स्थगित रहने तक विमानों के उड़नों के मार्गों में बदलाव किया जाएगा। इस बीच अज सुबह चेरथलई के समीप पटरियों पर पेड़ के गिर जाने से अलप्पुझा और एर्नाकुलम के बीच रेल यातायात बाधित है।
रेलवे की प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया कि इस घटना के बाद कई ट्रेनों को कोट्टायम मार्ग से चलाया गया है। एर्नादु एक्सप्रेस और जन शताब्दी एक्सप्रेस को कोट्टायम से होते हुए ले जाया गया है। विज्ञप्ति में बताया गया कि अलप्पुझा मार्ग से ट्रेन की सेवाएं अगले चार घंटों के लिए रेक दी गई है।