ब्रिटेन से कर्नाटक लौटे लोगों में से 14 कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं। उनके नमूनों को आनुवांशिक अनुक्रमण (जेनेटिक सिक्वेंसिंग) के लिए भेजा गया है। लोगों के नमूनों से नेटिक सिक्वेंसिंग करवाने से पता चलेगा कि कोरोना वायरस के नए प्रकार से पीड़ित तो नहीं हैं। यह बात की जानकरी राज्य के स्वास्थ्य मंत्री के. सुधाकर ने शनिवार को दी। सुधाकर ने यहां संवाददाताओं को बताया, ‘‘14 नमूनों का आनुवांशिक अनुक्रमण किया जा रहा है। बताया जा रहा है कि ब्रिटेन में वायरस का दूसरा प्रकार अपने रूप में 17 बार बदलाव कर चुका है। आनुवांशिक अनुक्रमण में उसके सभी रूपों की जांच की जाएगा तथा इसमें करीब 48 घंटे लग सकते हैं। रिपोर्ट संभवत: कल तक आएगी।’’
उन्होंने बताया कि 25 नवंबर से लेकर 22 दिसंबर के बीच कुल 2,500 लोग राज्य में आए हैं, उनका पता लगाने, उनकी सेहत पर नजर रखने तथा जांच करवाने के प्रयास किए जा रहे हैं। मंत्री ने यह भी बताया कि नमूनों के आनुवांशिक अनुक्रमण की जांच रिपोर्ट भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान संस्थान (आईसीएमआर) भेजी जाएगी जो एक या दो दिन में उक्त जानकारी को सार्वजनिक करेगा।