दक्षिण भारत के कुछ हिस्सों में पिछले कुछ दिनों में वर्षा जनित हादसों में कम से कम 16 लोगों की मौत हो चुकी है। मूसलाधार बारिश, तेज हवाओं और भूस्खलन ने भारी तबाही मचाई है और गुरुवार को ट्रेन तथा सड़क यातायात सेवा बाधित हुई।
केरल में चार लोगों के और तमिलनाडु में तीन लोगों के गुरुवार को मारे जाने की खबरें हैं। केरल के चार जिलों में चेतावनी जारी की गई है जहां दक्षिण पश्चिम मॉनसून की दूसरी बारिश के तीव्र होने से भारी बारिश,तेज हवा और बड़े क्षेत्र में भूस्खलन ने कई क्षेत्रों में भारी तबाही मचाई है।
अधिकारियों ने बताया कि गुरुवार को दो हजार से अधिक लोगों को राहत शिविरों में भेजा गया है। आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम जिले में चेतावनी का स्तर बढ़ा कर तीन कर दिया गया है। ऐसा वंशधारा नदी पर बने गोट्टा बैराज में बाढ़ का स्तर 1.11लाख क्यूसेक को पार कर जाने के कारण किया गया है।
तमिलनाडु के पहाड़ी जिलों नीलगिरि और कोयंबटूर जिलों में भीषण बारिश हुई है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि बचाव दलों ने कर्नाटक के उत्तरी तटों के प्रभावित जिलों तथा मलनाड से 43,858 लोगों को बचाया है। इस दल में अग्नि और आपातकालीन विभाग, राज्य आपदा मोचन बल, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल और सेना शामिल है।
अधिकारियों ने बताया कि वर्षा जनित हादसों में नौ लोग मारे गए हैं जिनमें से छह लोग बेलगावी जिले से थे। आधिकारिक आंकडों के अनुसार उत्तर कन्नड़ जिले में दो लोगों की मौत हो गई। अब तक वहां से 3,088 लोगों को हटाया गया है। वहीं शिवमोगा में एक की मौत हो गई।
एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि जिला प्रशासन उच्च अलर्ट पर है और किसी भी स्थित से निपटने के लिए तैयार है। इसमें कहा गया,‘‘बाढ़ की स्थिति नियंत्रण में है।’’
मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा फिलहाल बेलगावी में हैं और राहत तथा बचाव कार्य की निगरानी कर रहे हैं। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के सूत्रों ने बताया कि केरल के इडुकी, मल्लापुरम, कोझिकोड और वायनाड में ‘रेड अलर्ट’ है।
रक्षा विभाग की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि सेना भी राहत और बचाव कार्य में लगी हुई है। रेलवे के सूत्रों ने बताया कि केरल में सड़क और ट्रेन सेवा बाधित हैं। और सभी यात्री ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं। राज्य की सभी नदियों और बांधों में जलस्तर बढ़ रहा है। कन्नूर , वायनाड, इडुकी, मल्लापुरम, कोझिकोड और कासरगोड जिलों में बाढ़ जैसी स्थिति है।
मणिमाला, मीनलचल, मूवाट्टुपुझा, चालियार, वालापट्टनम, इरुवाजजिनजपुझा और पम्बा जैसी प्रमुख नदियों में जलस्तर बढ़ा है। मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने राज्य में मॉनसून की स्थिति के आंकलन के लिए संबंधित अधिकारियों की आपात बैठक की अध्यक्षता की।
सीएमओ से जारी एक बयान में कहा गया,‘‘हमने राज्य में एनडीआरएफ की और टीमें भेजने का अनुरोध किया है। नीलाम्बुर और इडुकी में दो टीमें पहले ही भेजी जा चुकी हैं।’’
ओडिशा में ऊपरी जलग्रहण क्षेत्र में भारी बारिश से आंध्र प्रदेश की वंशधारा और नागावली नदियों में जल स्तर बढ़ रहा है।
एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमों को बाढ़ के मद्देनजर राहत और बचाव कार्यों के लिए श्रीकाकुलम जिले में तैनात किया गया है। तमिलनाडु में नीलगिरि, थेनी, कोयम्बटूर, तिरुनेलवेल्ली और कन्याकुमारी जिलों में भारी बारिश से इन जिलों में निचले इलाकों में पानी भर गया है।