मध्य प्रदेश में इन दिनों 17वें प्रवासी भारतीय दिवस का कार्यक्रम जारी है। कई दिग्गज नेता इस कार्यक्रम में शिरकत कर रहे हैं। इस बीच देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी इस कार्यक्रम में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। इस मौके पर बी मध्य प्रदेश के राज्यपाल मंगूभाई पटेल और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राष्ट्रपति मुर्मू के इंदौर आगमन पर उनका स्वागत किया।
शिवराज सिंह चौहान हुए भावुक
इस मौके पर शिवराज सिंह चौहान ने आज भावुक अंदाज में नजर आए। उन्होंने प्रवासी भारतीयों से कहा कि मेहमानों को विदा करते समय उनके मन में तकलीफ हो रही है और अब वे चीते दिखाने के लिए प्रवासी भारतीयों को फरवरी में फिर बुलवाएंगे। उन्होंने कहा कि आज दुर्लभ अवसर है। एक ही मंच पर तीन राष्ट्रों के राष्ट्रपति मौजूद हैं। मन भावविभोर है। इंदौर ने सबका ऐसा स्वागत किया जैसे कोई शादी में करता है, लेकिन जब विदाई होती है, तो मन में तकलीफ होती है। इस दौरान उन्होंने प्रवासी भारतीयों से यहीं रुकने का भी आग्रह किया।
कई दिग्गज हुए शामिल
इस समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, गयाना के राष्ट्रपति मोहम्मद इरफान अली, सूरीनाम के राष्ट्रपति चंद्रिका प्रसाद संतोखी, मध्यप्रदेश के राज्यपाल मंगुभाई पटेल, नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, विदेश मंत्री एस जयशंकर समेत कई अन्य गणमान्य लोग और बड़ संख्या में प्रवासी भारतीय उपस्थित थे।
70 देशों के लोगों ने लिया हिस्सा
बता दें कि प्रवासी भारतीय दिवस (पीबीडी) सम्मेलन भारत सरकार का एक प्रमुख कार्यक्रम है। यह प्रवासी भारतीयों के साथ जुड़ने और डायस्पोरा को एक-दूसरे के साथ बातचीत करने में सक्षम बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण मंच प्रदान करता है।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नौ जनवरी को 17वें प्रवासी भारतीय दिवस का अनावरण किया था। इस पीबीडी सम्मेलन का विषय है ‘प्रवासी: अमृत काल में भारत की प्रगति के लिए विश्वसनीय भागीदार’। इस कार्यक्रम के लिए लगभग 70 से ज्यादा देशों के 3,500 से अधिक प्रवासी सदस्यों ने पंजीकरण कराया है।