मिजोरम में 12 घंटो के अंदर दो बार आए भूकंप से कई मकान और सड़के क्षतिग्रस्त हो गई है। सोमवार सुबह-सुबह आए भूकंप ने कई मकानों को क्षति पहुंचाई। हालांकि इसमें किसी तरह की जनहानि की कोई सुचना नहीं है। राज्य के भूगर्भशास्त्र और खनिज संसाधन विभाग के अधिकारी ने बताया कि भूकंप से किसी के हताहत होने की कोई सूचना नहीं है।
राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के हवाले से उन्होंने बताया कि भूकंप तड़के चार बज कर दस मिनट पर आया था और उसका केंद्र भारत म्यांमार सीमा पर स्थित चम्फाई जिले के जोखावतार में था। उन्होंने कहा कि राज्य के कई हिस्सों में भूकंप के झटके महसूस किए गए।
उन्होंने कहा कि भूकंप के कारण चम्फाई जिले में एक चर्च समेत कई भवन और इमारतें क्षतिग्रस्त हो गई। उन्होंने कहा कि भूकंप के कारण कई स्थानों पर सड़कों और राजमार्गों पर दरार आ गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री जोरमथांगा को केंद्र से हर संभव सहायता देने का आश्वासन दिया है।
प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया, “मिजोरम में भूकंप की स्थिति के बारे में मुख्यमंत्री जोरमथांगा से बात हुई। केंद्र से हर संभव सहायता देने का आश्वासन दिया।” केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी जोरमथांगा से बात कर स्थिति का जायजा लिया और उन्हें यथासंभव सहायता का आश्वासन दिया।
रविवार को शाम चार बज कर करीब दस मिनट पर राज्य में 5.1 तीव्रता का भूकंप आया था। इसके झटके मेघालय तक महसूस किए गए थे। इससे पहले, 18 जून को 4.6 तीव्रता का भूकंप यहां आया था।