तमिलनाडु के मंत्री एम सुब्रमण्यम ने शुक्रवार को कहा कि ‘उच्च-जोखिम’ और ‘गैर-जोखिम’ दोनों तरह के देशों से आये 28 व्यक्ति कोविड-19 संक्रमित पाये गए और उनमें एस-जीन ड्रॉप है जिससे उनके ओमीक्रोन से संक्रमित होने का संदेह बढ़ गया है। तमिलनाडु के चिकित्सा एवं परिवार कल्याण मंत्री सुब्रमण्यम ने कहा कि 28 यात्रियों के नमूने जीनोमिक अनुक्रमण विश्लेषण के लिए भेजे गए हैं।
सुब्रमण्यम ने यहां संवाददाताओं से कहा कि वह ‘गैर-जोखिम’ वाले देशों से आने वाले यात्रियों की सात दिनों के घर पर पृथकवास की अवधि पूरी होने पर अनिवार्य आरटी-पीसीआर जांच कराने के लिए केंद्र की मंजूरी मांगेंगे। वर्तमान समय में ‘उच्च-जोखिम’ वाले देशों से आने वाले यात्रियों को अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर अनिवार्य आरटी-पीसीआर जांच से गुजरना पड़ता है, जबकि स्वास्थ्य विभाग ‘गैर-जोखिम’ वाले देशों से आने वाले 2 प्रतिशत यात्रियों के नमूने आरटीपीसीआर जांच के लिए लेता है।
सुब्रमण्यम ने कहा कि वह इस संबंध में केंद्र को एक पत्र लिखेंगे जिसमें कहा जाएगा कि यात्रियों को अनिवार्य रूप से घर पर पृथकवास की अवधि पूरी होने पर आरटी-पीसीआर जांच से गुजरना चाहिए और उसके बाद ही उन्हें सार्वजनिक रूप से बाहर जाने की अनुमति दी जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि अब तक 14,868 ऐसे लोगों की कोविड-19 जांच की गई है जो ‘उच्च-जोखिम’ और ‘गैर-जोखिम’ दोनों देशों से तमिलनाडु पहुंचे थे।
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उन्होंने कहा कि इनमें से 70 व्यक्ति कोविड-19 से संक्रमित मिले और उनमें से 65 का इलाज चल रहा था जबकि पांच की जांच रिपोर्ट निगेटिव आ गई है। मंत्री ने कहा कि नाइजीरिया से आया एक यात्री ओमीक्रॉन स्वरूप से संक्रमित पाया गया है, कांगो से आये एक यात्री सहित 28 यात्रियों में ‘एस-जीन ड्रॉप’ पाया गया है, जिससे उनके ओमीक्रोन से संक्रमित होने का संदेह बढ़ गया है।
उन्होंने कहा, ‘‘28 यात्रियों के नमूने जीनोमिक अनुक्रमण के लिए भेजे गए हैं। 10 लोगों की जांच रिपोर्ट घोषित की गई है जिनमें से आठ में डेल्टा स्वरूप, एक में ओमीक्रोन स्वरूप (15 दिसंबर) और दूसरा गैर-अनुक्रम पाया गया है। जिस यात्री का नमूना ‘गैर-अनुक्रम’ घोषित किया गया है, उसकी फिर से जांच की जाएगी।’’
सुब्रमण्यम ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी 278 लोगों की आरटी-पीसीआर जांच करने की प्रक्रिया जारी है, जो उस यात्री के संपर्क में थे जिसके नाइजीरिया से आने पर तमिलनाडु में आने पर ओमीक्रोन स्वरूप से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है।