हरिद्वार में कुंभ मेले के अवसर पर बड़ी संख्या में तीर्थयात्रियों के जमावड़े को देखते हुए नारायण सेवा संस्थान ने 50 बेड वाले अस्थायी अस्पताल की स्थापना करने की घोषणा की है। यह अभियान प्रधानमंत्री के ‘दो गज दूरी, मास्क है जरूरी’ संदेश के अनुरूप संचालित किया जाएगा। अस्पताल की स्थापना के इस अभियान में सोशल डिस्टेंसिंग से जुड़े नियमों के साथ-साथ स्वच्छता और मास्क पहनने पर प्रमुख ध्यान केंद्रित किया जाएगा। कुंभ के दौरान इस अस्पताल में चिकित्सा, फिजियोथेरेपी, ऑपरेशन थिएटर, प्लास्टर रूम, प्रोस्थेसिस और ऑर्थोटिक्स और कैलिपर वर्कशॉप की सुविधाएं दी जाएंगी।
इस दौरान नारायण सेवा संस्थान की ओर से निशुल्क माप और कृत्रिम अंग वितरण शिविर का आयोजन भी किया जाएगा।शिविर में नारायण सेवा संस्थान के स्वयंसेवक सक्रिय रहेंगे, जो तीर्थयात्रियों की बुनियादी आवश्यकताओं जैसे बुजुर्गों के लिए व्हीलचेयर की सुविधा प्रदान करना और संतों और तीर्थयात्रियों के लिए फुट मसाज की सुविधा प्रदान करना सुनिश्चित करेंगे और साथ ही साथ ठहरने के स्थल की स्वच्छता का ध्यान भी रखेंगे। कुंभ मेले में संस्थान की ओर से निशुल्क भोजन की सुविधा के साथ तीर्थयात्रियों और संतों की मदद करने का प्रयास भी किया जाएगा।
नारायण सेवा संस्थान के अध्यक्ष प्रशांत अग्रवाल ने कहा, हरिद्वार के पवित्र स्थल पर एकत्र होने वाले लाखों-करोड़ों श्रद्धालुओं और तीर्थयात्रियों की मदद करने का यह अवसर एनएसएस के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। इस अवसर पर हम लाखों तीर्थयात्रियों के साथ-साथ स्थानीय लोगों की जरूरतों को भी पूरा करने का प्रयास करेंगे। एनएसएस ने दिव्यांगों और तीर्थयात्रियों के कृत्रिम अंग वितरण शिविर का आयोजन करने का निर्णय किया है। इसके साथ ही जरूरतमंद लोगों को निशुल्क भोजन और मास्क वितरण भी किया जाएगा।