नैनीताल : जनपद में कृषि एवं फलोत्पादन के क्षेत्र में दिन प्रतिदिन मजबूत होते जा रहे बुनियादी ढ़ांचे और बढ़ रही संभावनाओं के चलते जनपद को फूड प्रोसेसिंग हब के रूप में विकसित करने के लिए शासन एवं प्रशासन द्वारा उद्यमियों को हर संभव मदद उपलब्ध करायी जाएगी। यह बात जिलाधिकारी विनोद सुमन ने जनपद में खाद्य प्रसंस्करण से जुड़े उद्यमों को विकसित करने एवं उद्यमियों को जागरूक करने के लिए विकास खंड सभागार में आयोजित कार्यशाला में कही।
ब्लाॅक प्रमुख भोला दत्त भट्ट ने कहा कि सरकारी क्षेत्रों में रोजगार के सीमित अवसर होने के कारण युवाओं को अपनी प्रतिभा को पहचानते हुए बाजार की मांग एवं आपूर्ति के अनुसार अपना सूक्ष्म एवं लघु उद्योग स्थापित करना चाहिए। उन्होंने कहा कि सूक्ष्म एवं लघु उद्योगों की स्थापना से स्थानीय उत्पादों का उचित मूल्य मिलन के साथ ही रोजगार के अवसरों में वृद्धि होगी और पलायन भी रूकेगा।
जिलाधिकारी विनोद सुमन ने कहा कि जनपद में कृषि एवं फलोत्पादन की क्षमता को देखते हुए फूड प्रोसेंसिंग हेतु चुना गया है। उन्होंने कहा कि भविष्य सवांरने एवं अच्छे कार्य करने के लिए अवसर बार-बार नहीं मिलते हैं, जनपद को जो अवसर मिला है, युवाओं को उसका लाभ उठाना चाहिए।
मुख्य विकास अधिकारी विनीत कुमार ने कार्यशाला में बताया कि वर्तमान में फूड प्रोसेंसिंग हेतु जनपद में 16 कलस्टर एवं 49 स्थानों की 26 फसलों को चिन्हित किया गया है। उन्होंने बताया कि एमएसएमई योजना के अन्तर्गत फूड प्रोसेसिंग यूनिट के महत्व, संभावना एवं जागरूकता हेतु जनपद के विभिन्न स्थानों पर 19 फरवरी तक 18 कैम्प आयोजित किए जाएंगे और हर कैम्प के लिए एंकर इण्डस्ट्री चिन्हित की गयी है।
उन्होंने बताया कि जनवरी माह में लाभार्थियों का चयन किया जायेगा तथा फरवरी माह में सम्बन्धित क्षेत्र में प्रशिक्षण उपलब्ध कराया जायेगा और मार्च माह में उनका प्रस्ताव शासन को प्रेषित किया जायेगा।
कार्यशाला में मुख्य कृषि अधिकारी धनपत कुमार, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डाॅ.पी.सी. भण्डारी, कुमाऊॅ-गढ़वाल चैम्बर्स आफ काॅमर्स के सचिव रमेश बिन्दोला, स्वंय सहायता समूहो से मनोहर दत्त जोशी, चंचल काम्बोज, राजकुमार, लता जोशी, पंकज पाण्डेय, मोहित सिंह बिष्ट, बसन्त दुर्गापाल के अलावा अन्य लोग उपस्थित थे।