बीजेपी युवा मोर्चा की कमान मिलने के बाद रविवार को सांसद तेजस्वी सूर्या ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। इस दौरान तेजस्वी ने गृहमंत्री से बेंगलुरु में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के एक स्थायी विभाग की स्थापना करने का आग्रह किया।
अमित शाह से मुलाकात के बाद तेजस्वी ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा, एनआईए गिरफ्तार और स्लीपर सेल के पर्दाफाश से पता चलता है कि बेंगलुरु शहर आतंकवादी गतिविधियों का केंद्र बन गया है। मैंने गृहमंत्री अमित शाह जी से आग्रह किया कि वे वहां राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) का स्थायी विभाग स्थापित करें। उन्होंने आश्वासन दिया कि इसे जल्द स्थापित किया जाएगा।
तेजस्वी सूर्या ने आगे कहा, 11 अगस्त को बेंगलुरु में हिंसा की घटना हुई थी, जहां पुलिस स्टेशनों पर हमला किया गया था। इसमें एनआईए की जांच में कुछ प्रमुख साजिशकर्ताओं की गिरफ्तारी हुई। जिससे यह पता चला है कि विरोध सहज नहीं था बल्कि एक साजिश थी।
29 वर्षीय बेंगलुरु दक्षिण सीट से लोकसभा सांसद तेजस्वी सूर्या को भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा का नया अध्यक्ष बनाया गया है। बीजेपी में युवा चेहरे तेजस्वी सूर्या का कद बढ़ा है। तेजस्वी सूर्या कर्नाटक भाजयुमो के प्रदेश संगठन में काम कर चुके हैं। बीजेपी की नई टीम में युवाओं को तवज्जो मिली है।
बीजेपी ने 2019 के लोकसभा चुनाव में भी तेजस्वी सूर्या को टिकट देकर चौंकाया था। उस वक्त बेंगलुरु दक्षिण सीट से पार्टी के दिवंगत नेता अनंत कुमार की पत्नी टिकट की दावेदार थीं। वजह कि बेंगलुरु साउथ सीट से 1996 से लगातार अनंत कुमार जीतते आ रहे थे।
अनंत के निधन के बाद पार्टी ने उनकी पत्नी तेजस्विनी की जगह तेजस्वी सूर्या को चुनाव मैदान में उतारा था। तब 28 साल की उम्र में लोकसभा चुनाव लड़ने वाले तेजस्वी सूर्या ने कांग्रेस महासचिव बीके हरिप्रसाद को 3,31,192 वोट से हराकर जीत दर्ज कर सबको चौंका दिया था।
तेजस्वी सूर्या मूल रूप से कर्नाटक के चिकमंगलूर जिले के रहने वाले हैं। उनके चाचा रविसुब्रमण्यन हैं, जो कि बासावानगुडी विधानसभा सीट से विधायक हैं। सूर्या ने बेंगलुरु के इंस्टिट्यूट ऑफ लीगल स्टडीज से शिक्षा हासिल की है। तेजस्वी कर्नाटक हाईकोर्ट में वकालत भी करते हैं। भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेश महासचिव भी रह चुके हैं। सोशल मीडिया पर युवाओं के बीच काफी लोकप्रिय हैं।