आंध्र प्रदेश सरकार ने कडापा जिले की चूना पत्थर खदान में आठ मई को हुए विस्फोट में जान गंवाने वाले 10 मजदूरों के परिजन को 10-10 लाख रुपये की सहायता राशि देने की रविवार को घोषणा की। खनन एवं भूविज्ञान मंत्री पीआरसी रेड्डी ने एक बयान में बताया कि घटना की जांच के लिए एक जांच समिति गठित की गई है और कडापा जिले के संयुक्त कलेक्टर (राजस्व) इसके प्रमुख होंगे।
कडापा जिला कलेक्टर द्वारा दी गई शुरुआती रिपोर्ट के हवाले से खनन मंत्री ने बताया कि विस्फोटक उतारते समय खनन संचालक ने लापरवाही बरती, जिससे विस्फोट हुआ। उन्होंने कहा कि श्रम अधिनियम के तहत खनन संचालक से पीड़ित परिवारों को अतिरिक्त मुआवज़ा दिलाया जाएगा।
पुलिस के मुताबिक, शनिवार को ममील्लापल्ली गांव के बाहर एक चूना पत्थर खदान में जिलेटिन की छड़ें उतारने के दौरान हुए विस्फोट में 10 मजदूरों की मौत हो गई थी। पुलिस के अनुसार, अब तक सिर्फ छह मृतकों की शिनाख्त हो सकी है।
इससे पहले मुख्यमंत्री कार्यालय की तरफ से जारी एक बयान के मुताबिक, मुख्यमंत्री वाई एस जगन मोहन रेड्डी ने कडापा जिले के अधिकारियों से बात कर घटना की जानकारी ली। इसमें कहा गया कि उन्होंने हादसे में जान गंवाने वालों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की है।
उधर, विपक्ष के नेता एन चंद्रबाबू नायडू ने भी हादसे पर शोक प्रकट किया है और मांग की है कि मृतकों के परिवारों को उसी प्रकार एक-एक करोड़ रुपये का मुआवजा दिया जाए, जिस प्रकार पिछले साल विशाखापट्टनम में एलजी पॉलिमर में हुए स्टाइरिन गैस रिसाव हादसे के मृतकों को दिया गया था।