उत्तराखंड में सितम्बर महीने में हुए अंकिता भंडारी हत्याकांड की जांच कर रहे विशेष जांच समिति (एसआईटी) से नैनीताल हाई कोर्ट ने 11 नवम्बर तक जांच स्थिति पर रिपोर्ट मांगी है। जस्टिस संजय कुमार मिश्रा की सिंगल बेंच ने हत्या की CBI जांच की मांग वाली याचिका पर सुनवाई करते हुए एसआईटी को 11 नवंबर तक जांच की स्थिति रिपोर्ट दाखिल करने को कहा है।
आरोप है कि अंकिता की हत्या के बाद यमकेश्वर विधायक रेणु बिष्ट के कहने पर पर पौड़ी जिले के वनंतरा रिजॉर्ट में बुलडोजर चलाकर अपराध से जुड़े अहम सबूत नष्ट कर दिए गए। कोर्ट ने एसआईटी से रिपोर्ट में उन सबूतों का ब्योरा देने को कहा है, जो रिसॉर्ट साइट को बुलडोजर चलाने से पहले एकत्र किए गए थे।
7 दिनों बाद मिली अंकिता की लाश
गौरतलब है कि पौडी के श्रीकोट की रहने वाली अंकिता भंडारी गंगा भोगपुर क्षेत्र में वनतारा रिजॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट के तौर पर काम करती थी और बीते 18-19 सितंबर से गायब थी। हत्या के 7 दिनों बाद ऋषिकेश में चिल्ला पावर हाउस के पास से अंकिता का शव बरामद किया गया।
BJP नेता समेत 3 गिरफ्तार
अंकिता की हत्या मामले में हरिद्वार के बीजेपी नेता विनोद आर्य के बेटे पुलकित आर्य समेत तीन आरोपी गिरफ्तार हुए हैं। घटना के बाद से पूरे राज्य में अंकिता के लिए न्याय और आरोपियों को फांसी की सजा देने की मांग उठ रही है। वहीं अंकिता के चैट से खुलासा हुआ था कि रिजॉर्ट के मालिक पुलकित आर्य की उस पर बुरी नजर थी। वो बार-बार अंकिता के करीब आने की कोशिश करता था।
इतना ही नहीं आरोपी ने अंकिता को अपने पास वाले कमरे में शिफ्ट होने के लिए मजबूर किया था। जबकि इससे पहले अंकिता को स्टाफ वाला कमरा दिया गया था। अंकिता ने अपने चैट में दोस्त को बताया है कि पुलकित ने उसे कहा था कि रिजॉर्ट में काफी गेस्ट आने वाले हैं, इसलिए अंकिता कुछ दिनों के लिए उसके साथ वाले कमरे में शिफ्ट हो जाए, ये कमरा जॉइंट था।
हालांकि, चैट में अंकिता के दोस्त ने उससे साफ पूछा है कि क्या यह सेफ है? जिसपर अंकिता ने जवाब दिया कि "हाँ अभी तक तो सब ठीक है।" एक रिपोर्ट के अनुसार चैट में यह भी खुलासा हुआ हैं की अंकिता को पुलकित ने मोलेस्ट भी किया था। बाद में उसने माफी मांग ली थी।