प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा रविवार को रात 9 बजे 9 मिनट के लिए दीया, मोमबत्ती और टोर्च जलने की अपील पर विपक्ष ने आपत्ति जताई है। वहीं एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने प्रधानमंत्री की इस अपील को 9 मिनट की नौटंकी करार दिया है। प्रधानमंत्री की इस अपील को लेकर विपक्ष के अलग-अलग राजनीतिक दलों ने अपनी प्रतिक्रिया सामने रखी है।
ओवैसी ने ट्वीट कर लिखा, यह देश इवेंट मैनेजमेंट कंपनी नहीं है। भारत के लोग ऐसे इंसान हैं जिनके सपने और उम्मीदें भी हैं। 9 मिनट की नौटंकी में हमारे जीवन को कम मत करो, उन्होंने ट्वीट को पीएमओ को टैग करते हुए लिखा कि हम जानना चाहते थे कि राज्यों को क्या सहायता मिलेगी और गरीबों को क्या राहत मिलेगी, लेकिन इसके बजाय हमें कुछ नया नाटक मिला।
This country is not an event management company. The people of India are humans who too have dreams & hopes. Don’t reduce our lives to gimmicks of 9 mins, @PMOIndia. We wanted to know what aid states will get & what relief the poor will receive
Instead we got some new drama[1/n]
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) April 3, 2020
एक अन्य ट्वीट में उन्होंने लिखा, यह ट्यूब-लाइट विचार वास्तव में अद्वितीय था। पूरे भारत में लाखों भूखे, गरीब और बेघर प्रवासियों के रूप में अपने घरों के लिए जा रहे है। मैं पूछना चाहता हूं, प्रकाश कहां है। उन्होंने लिखा, मुझे पता है कि आप केवल पॉजिटिव वाइब्स चाहते हैं और कुछ मुद्दों को उठाना नहीं चाहते हैं, लेकिन प्रकाश कहां है?
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को अपने एक वीडियो संदेश में देशवासियों से कोरोना महामारी के खिलाफ एकजुटता प्रदर्शित करने का आह्वान करते हुए 5 अप्रैल रविवार को रात 9 बजे 9 मिनट के लिए घर की सभी लाइटें बंद करके, घर के दरवाजे पर या बालकनी में खड़े रहकर मोमबत्ती, दीया, टॉर्च या मोबाइल की फ्लैशलाइट जलाने का आग्रह किया है।