ऋषिकेश : नगर निगम ऋषिकेश की बोर्ड की आयोजित बैठक मे जहां सर्वसम्मति से नगर के विकास सम्बंधित नाली, सड़क, खडंजो, चौराहों पर हाई मास लाइट लगाए जाने, मोहल्ला समिति का गठन किए जाने संबंधी 62 प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित किए गए। वहीं बैठक में उस समय मामूली हंगामा हो गया। जब बैठक में कुछ अधिकारियों की अनुपस्थिति को लेकर चर्चा की गई, जिस पर महापौर ने उनके खिलाफ कार्रवाई किए जाने के लिए निर्देशित किया। जिस पर सभी सभासदों ने अधिकारियों के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी।
वहीं पूर्व नगर पालिका सभासद के साथ एक वरिष्ठ नागरिक बोर्ड की बैठक में बिना अनुमति के बैठ गए । जिन्हें बाहर किए जाने पर बोर्ड के अधिकारियों ने आपत्ति व्यक्त की। उल्लेखनीय की नगर निगम की महापौर अनीता ममगाईं की अध्यक्षता तथा नगर के मुख्य आयुक्त चतर सिंह चौहान के संचालन में सोमवार को आयोजित बोर्ड की बैठक में मनीष शर्मा ने बोर्ड द्वारा करवाए जाने वाले निर्माण कार्यो में पारदर्शिता लाए जाने की बात कही।
देवेंद्र कुमार प्रजापति ने गोपाल कुटी के जीर्णोद्धार किए जाने को लेकर डीपीआर तैयार कर शीघ्र किए जाने के साथ पुस्तकालय मे नई पुस्तकों का संग्रह किये जाने, गोपाल कुटी के घंटाघर की घड़ी को ठीक किए जाने का मामला भी उठाया। पार्षद गुरविंदर सिंह ने नगर में लगने वाली हाई मास्क लाइट की गुणवता पर आपत्ति व्यक्त करते कहा कि वह सभी लाइटें खराब है, जिससे वह ली गई है, उसकी पेमेंट रोकी जाए, जिसका समर्थन विकास तेवतिया ने किया। वहीं उन्होंने सदन को दी गई वार्डों में निर्माण कार्यों की जानकारी पर आपत्ति व्यक्त करते हुए कहा कि सदन को निर्माण कार्य को लेकर गुमराह किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि यदि उनके वार्ड में कार्य नहीं हुए तो वह अपने सभा सदी से इस्तीफा दे देंगे। बोर्ड की बैठक में प्रधानमंत्री आयुष्मान योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है। योजना से जोड़े जाने के लिए शीघ्र फोटो पहचान पत्र या आधार कार्ड लिंक किए जाने का प्रस्ताव भी पारित किया गया। इसी के साथ उनके द्वारा विवाह के कई गांव के मालिक का दिए जाने वन क्षेत्र को नगर निगम में शामिल किए जाने का मामला भी उठाया गया।