भाजपा के राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने ट्वीट कर कहा कि पश्चिम बंगाल में भाजपा के अध्यक्ष जेपी नड्डा और वरिष्ठ नेताओं के काफिले पर ममता बनर्जी की टीएमसी के गुंडों का हमला लोकतंत्र को लहूलुहान करने की ऐसी करतूत है, जिसकी कड़ी निंदा की जानी चाहिए। राजद-कांग्रेस सहित जो 19 पार्टियां नोटबंदी और जीएसटी के खिलाफ कोलकाता रैली में ममता के साथ हाथ मिला कर खडी हुई थीं, उन्होंने नड्डा जी पर हमले पर चुप्पी क्यों साध ली? क्या गुरुदेव रवींद्रनाथ और बंकिम चंद की धरती पर लोकतंत्र की रक्षा नहीं होनी चाहिए?
श्री मोदी ने कहा कि संसदीय चुनाव से हैदराबाद नगरनिगम व राजस्थान के पंचायत चुनाव तक भाजपा की शानदार सफलता से घबरा कर ममता दीदी ने संतुलन खो दिया है। राज्य में भाजपा कार्यकर्ताओं से मारपीट, हमले और हत्या तक की घटनाओं पर राष्टीय दलों के मौन से राज्य में संत्तापोषित राजनीतिक हिंसा को बढावा मिला। राज्य को निर्मम ममता ने जहां पहुँचा दिया है, वहां बिना राष्ट्रपति शासन के निष्पक्ष चुनाव नहीं हो सकते। टीएमसी केंद्र के धैर्य का इम्तहान लेना बंद करे।