देहरादून : नैनीताल हाईकोर्ट के आदेशानुसार देहरादून शहर में अवैध अतिक्रमण चिन्हीकरण के लगभग डेढ़ महीने बाद आखिरकार प्रेमनगर मुख्य बाजार पर लगभग 50 सालों से बसी 158 दुकानों को पूरी तरह ध्वस्त कर दिया गया है। प्रेमनगर क्षेत्र में हाई-वे रोड़ के दोनों ओर बॉटल नेक के रूप में 120 से ज्यादा व्यावसायिक प्रतिष्ठानों पर अतिक्रमण चिन्हित किये गए थे, जिनमें से आज अबतक 40 पर जेसीबी गरज चुकी है। पूरे दिन यहां इसी तहत चिन्हित अतिक्रमण के खिलाफ ध्वस्तीकरण की कार्रवाई जारी रही। उधर, सुबह भारी पुलिस बल के बीच जैसे ही ध्वस्तीकरण की कार्रवाई शुरू की गई, उसी दौरान व्यापारी संघ ने विरोध करते हुये पुलिस पर पथराव किया।
इस दौरान आक्रोशित व्यापारियों की एसपी सिटी से तीखी नोकझोंक और हाथापाई भी हुई। एक व्यापारी ने तो एसपी सिटी प्रदीप कुमार राय से अभद्रता तक कर दी। साथ ही कुछ लोगों द्वारा पुलिस-प्रशासन पर पथराव किए जाने के बाद पुलिस को लाठीचार्ज कर मामला शांत करना पड़ा । इस पूरी घटना के बाद युद्धस्तर पर एक तरफ से अवैध दुकानों को ध्वस्त करने कार्रवाई शुरू की गई। मौके पर एसडीएम सदर प्रत्यूष सिंह, एसडीएम मसूरी मीनाक्षी पटवाल, सिटी मजिस्ट्रेट मनुज गोयल, एसपी सिटी प्रदीप राय मौजूद रहे।
अतिक्रमण हटाओ अभियान पर उठे सवाल
व्यापारी ने उनका कॉलर पकड़ दिया। प्रेमनगर में 155 अतिक्रमण चिन्हित किए गए थे। इन्हीं को ध्वस्त करने के लिए शुक्रवार को यह अभियान चला। यहां 155 दुकानें अतिक्रमण के जद में हैं। यहां अतिक्रमण हटाने को लेकर पहले भी विवाद हो चुका है। भाजपा के चार विधायक ही अतिक्रमण विरोधी अभियान के खिलाफ खड़े हो गए थे। लिहाजा इस बार सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।