पश्चिम बंगाल मेें राजनीतिकि घमासान थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। केंद्र सरकार में मंत्री ने बंगाल में बड़ा सियासी घमासान छेड़ दिया है। ऐसे में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और पुलिस के मध्य आरोपों का गंभीर सिलसिला शुरू हो गया है। दरअसल, केंद्रीय मंत्री शांतनु ठाकुर ने मंगलवार को दावा किया कि उन्हें उत्तर 24 परगना जिले के बिराती में गिरफ्तार किया गया, लेकिन पुलिस का कहना है कि ठाकुर खुद पुलिस के वाहन में चढ़े।
पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता पार्टी की “शहीद सम्मान यात्रा” के तहत बिराती में कार्यकर्ता एकत्र हुए थे। ठाकुर, उत्तर 24 परगना चुनाव क्षेत्र में बनगांव से लोकसभा सदस्य हैं। उन्होंने कहा कि जब वह वहां गए तो पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि भाजपा कार्यकर्ताओं को अवैध रूप से एकत्र होने के लिए गिरफ्तार किया गया था लेकिन ठाकुर खुद पुलिस के वाहन पर चढ़े थे। ठाकुर तथा जय प्रकाश मजूमदार और अर्चना मजूमदार समेत भाजपा के अन्य नेताओं और कार्यकर्ताओं को एयरपोर्ट पुलिस थाने ले जाया गया था।
केंद्रीय पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग राज्यमंत्री ने संवाददाताओं से कहा, “मैं पूजा करने आया था और पुलिस ने मुझे गिरफ्तार कर लिया।” पुलिस के इस दावे पर कि, उन्हें गिरफ्तार नहीं किया गया और वह खुद पुलिस के वाहन पर चढ़े, ठाकुर ने कहा, “अगर मैं खुद गिरफ्तार हुआ होता तो मेरे साथ इतने सारे अन्य लोग क्यों होते।” ठाकुर ने आरोप लगाया कि पुलिस ने उन्हें बताया कि उन्होंने वहां उपस्थित होकर अवैध काम किया है। मंत्री ने कहा, “मेरा मानना है कि पश्चिम बंगाल में लोकतंत्र और ‘अध्यात्मवाद’ समाप्त हो चुका है।”