मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में नगर निगम के जल शोधन संयंत्र में क्लोरीन गैस की चपेट में आने से एक कर्मचारी बीमार हो गया। पिछले सप्ताह इसी जल शोधन संयंत्र में क्लोरीन गैस का रिसाव हुआ था जिसमें सात लोग प्रभावित हुए थे। पिछले सप्ताह ईदगाह हिल्स स्थित भोपाल नगर निगम (बीएमसी) के जल शोधन संयंत्र में 900 किलोग्राम के सिलेंडर से क्लोरीन गैस के रिसाव से सात लोग बीमार हो गए थे।
संयंत्र में क्लोरीन पाइपलाइन जोड़ने के दौरान गैस की चपेट
मिली जानकारी के मुताबिक भोपाल नगर निगम के आयुक्त केवीएस चौधरी ने कहा कि संयंत्र में क्लोरीन पाइपलाइन जोड़ने के दौरान गैस की चपेट में आने से एक कर्मचारी बीमार हो गया। उन्होंने कहा कि प्रभावित व्यक्ति का इलाज किया जा रहा है और उसकी हालत सामान्य है। अधिकारी ने कहा कि जल शोधन संयंत्र में कोई रिसाव नहीं हुआ तथा शाहजनाबाद में संयंत्र के आसपास के इलाके पूरी तरह सुरक्षित हैं।
1984 में दिसंबर की दरमियानी रात को भोपाल में यूनियन कार्बाइड
शाहजनाबाद के सहायक पुलिस आयुक्त उमेश तिवारी ने घटना की पुष्टि करते हुए कहा कि, ‘‘ हमें रिसाव की कोई सूचना नहीं मिली है। हमें पता चला है कि बीएमसी का एक कर्मचारी संयंत्र में काम करने के दौरान गैस की चपेट में आने से बीमार हो गया है।’’
पिछले सप्ताह इसी जल शोधन संयंत्र में 900 किलोग्राम के क्लोरीन सिलेंडर से रिसाव होने से सात लोग बीमार हो गए थे।
मालूम हो कि 1984 में दो और तीन दिसंबर की दरमियानी रात को भोपाल में यूनियन कार्बाइड कारखाने से निकली जहरीली गैस में हजारों लोग मारे गए और पांच लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए थे। यह कारखाना अब बंद हो चुका है।