वित्त आयोग के पूर्व सदस्य और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नवनिर्वाचित विधायक तथा जाने-माने अर्थशास्त्री अशोक लाहिड़ी ने मंगलवार को कहा कि भाजपा पश्चिम बंगाल में रचनात्मक विपक्ष की भूमिका निभाएगी। पश्चिम बंगाल में रविवार को घोषित विधानसभा चुनाव के नतीजों में भाजपा दूसरे नंबर की पार्टी बन कर उभरी है, जबकि ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली तृणमूल कांग्रेस राज्य में एक बार फिर अपनी सरकार बनाने में सफल रही है।
लाहिड़ी ने कहा, ‘‘मैंने अपनी व्यक्तिगत लड़ाई जीत ली, लेकिन हम बड़ी लड़ाई हार गए। इस हार का मतलब है कि हम अब विपक्ष में बैठेंगे, लेकिन मैं आपको आश्वस्त करता हूं कि हम रचनात्मक विपक्ष की भूमिका निभाएंगे।’’ पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपयी और मनमोहन सिंह की सरकार में काम कर चुके अर्थशास्त्री ने कहा, ‘‘हमें उम्मीद है कि विपक्ष की आवाज सुनी जायेगी और विशेष तौर पर तब जब हम राज्य की बेहतरी के लिए रचनात्मक सुझाव देंगे।’’
केंद्र सरकार के पूर्व मुख्य आर्थिक सलाहकार रहे लाहिड़ी भाजपा की तरफ से बंगाल के विधानसभा चुनावों में उतारे गए जाने माने चेहरों में से एक थे। भाजपा ने उनके अलावा स्तंभकार स्वपन दासगुप्ता, पूर्व उप सेना प्रमुख सुब्रत साहा और रणनीतिकार अनिर्बान गांगुली को भी टिकट दिया था, हालांकि सभी को अपने पहले चुनाव में हार का सामना करना पड़ा। ऐसा माना जा रहा था कि यदि पश्चिम बंगाल में भाजपा की सरकार बनती है तो लाहिड़ी को राज्य का वित्त मंत्री बनाया जाएगा। लाहिड़ी ने तृणमूल कांग्रेस के शेखर दासगुप्ता को बालुरघाट सीट से 14 हजार वोटों से हराया।