अक्सर अपने बयानों के कारण चर्चा में बनी रहने वाली भोपाल से बीजेपी की सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर को पार्टी ने नसीहत दी गई है और किसी तरह के विवादित बयान ना देने को कहा गया है। साध्वी के अटपटे बयानों से हमेशा ही पार्टी की फजीहत हुई है। साध्वी प्रज्ञा ने बीजेपी नेताओं के निधन को विपक्ष की मारक शक्ति से जोड़े जाने वाले बयान को लेकर पार्टी ने यह कदम उठाया है।
दरअसल, हाल ही में बीजेपी के तीन बड़े नेताओं का निधन हुआ है। इनमें पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली, पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर शामिल रहे हैं। इन्हीं को लेकर साध्वी प्रज्ञा ने कहा था कि विपक्ष के नेता बीजेपी नेताओं को नुकसान पहुंचाने के लिए ‘मारक शक्ति’ का इस्तेमाल कर रहे हैं, जिसकी वजह से बीजेपी के नेता दुनिया छोड़कर जा रहे हैं।
भारत-पाक के बीच करतारपुर कॉरिडोर को लेकर होगी जीरो प्वाइंट पर बैठक
सूत्रों के अनुसार पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व की तरफ से साध्वी प्रज्ञा को नसीहत दी गई है और बेवजह की बयानबाजी और विवादित बयान देने से बचने को कहा गया है। साथ ही आगे इस तरह के बयान ना दोहराने की हिदायत भी दी गई है। साथ ही अगर अगली बार उन्होंने विवादित बयान दिया तो उनपर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
ऐसा पहली बार नहीं है जब प्रज्ञा सिंह अपने बयान को लेकर विवाद में आई हो। उन्होंने 26/11 मुंबई आतंकी हमले के शहीद हेमंत करकरे पर बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि शहीद हेमंत करकरे उनकी शाप की वजह से मारे गए थे। करकरे उस टीम का हिस्सा थे, जिसने प्रज्ञा से मालेगांव ब्लास्ट केस में पूछताछ की थी।