मेघालय में सरकार बनाने को लेकर कोशिशे तेज हो गई हैं। आपको बता दे कि मेघालय में किसी को बहुमत नहीं मिला है। खबरों के मुताबिक , रविवार को राज्य में दो सीटों वाली भाजपा कांग्रेस को सत्ता से दूर रखने के लिए अपने नेताओं को वहां सरकार बनाने के लिए उतार दिया है।
वही , मेघालय के कांग्रेंस अध्यक्ष हिमांता बिस्वा सरमा ने कहा है कि हम मेघालय में सरकार बनाने जा रहे है। वहीं मेघालय में भाजपा के सरकार बनाने के दावों को नकारते हुए बिस्वा ने कहा कि बीजेपी किसी भी सूरत में मेघालय में सरकार नहीं बना पाएगी।
हमारे पास सरकार बनाने कि लिए पूर्ण बहुमत हैं। जिसके कारण हमने पहले ही राज्यपाल से मिलने का समय मांगा है। ओर आज शाम 5 बजे 29 सदस्यों के साथ राज्यपाल से मिलने जा रहे हैं। और हमें पूरा विश्वास है कि निश्चित रूप से यह नंबर आगे बढ़ने वाला है।
बिस्वा ने कहा जहां तक यूडीपी के समर्थन का सवाल है उसने हमें अपना समर्थन पत्र सौंप दिया है। जिसे लेकर हमने यूडीपी के साथ चर्चा भी शुरु कर दी है। बिस्वा ने आगे कहा कि अगले 2 घंटे में यह साफ हो जाएगा राज्य में किस की सरकार बनने वाली है।
बता दे कि असम के मंत्री और बीजेपी नेता हेमंत बिस्व शर्मा ने दावा किया है कि बीजेपी को क्षेत्रीय नैशनल पीपल्स पार्टी (एनपीपी), यूडीपी, पीडीएफ और अन्य के साथ मिलाकर कुल 29 विधायकों का समर्थन हासिल है। शर्मा ने कहा कि विधायकों के समर्थन का यह आंकड़ा और ऊपर जाएगा। उधर, यूडीपी ने भी गैर-कांग्रेसी सरकार के समर्थन का ऐलान कर दिया है।
मेघालय में त्रिशंकु चुनाव परिणाम के बीच सरकार बनाने की कवायद में जुटे शर्मा ने एक सवाल के जवाब में कहा, ‘बीजेपी नहीं एनपीपी इस सरकार का मुख्य हिस्सा होगी। उनके पास 19 सीटें हैं, हमारे पास सिर्फ 2 सीटें हैं। इसके बाद यूडीपी है, जिसके पास 6 विधायक हैं। हमारी बातचीत क्षेत्रीय पार्टी यूडीएफ के साथ भी चल रही है। हम सबसे लगातार संपर्क में हैं और 29 विधायकों के समर्थन के साथ राज्यपाल से मिलने जा रहे हैं।
वही ,मेघालय विधानसभा चुनाव में त्रिशंकु चुनाव परिणाम आने के बाद बीजेपी ने कहा है कि वह प्रदेश में एक गैर-कांग्रेसी सरकार बनाने में मदद करने के लिए पूरी तरह तैयार है लेकिन इसके लिए पहल क्षेत्रीय पार्टी नैशनल पीपल्स पार्टी (एनपीपी) को करनी है। एनपीपी राज्य में दूसरी बड़ी पार्टी बन कर उभरी है और इसके 19 विधायक विजयी हुए हैं।
आपको बता दे कि मेघालय के पूर्व सीएम और यूडीपी नेता दोनकुपर रॉय ने बीजेपी को समर्थन देने का संकेत दिया है। हालांकि, अंतिम निर्णय पर पहुंचने के लिए दोनकुपर अपने विधायकों के साथ बैठक कर रहे हैं।
अगर यूडीपी बीजेपी को अपना समर्थन देती है तो बीजेपी चार पार्टियों और एक निर्दलीय विधायक के साथ सरकार बना लेगी। ऐसे में उसके पास बहुमत से तीन ज्यादा 34 सीटें हो जाएंगी। बीजेपी के साथ इस गठबंधन की सरकार में यूडीपी के 6 विधायकों के अलावा एनपीपी के 19 विधायक, पीडीएफ के 4 विधायक, एचएसपीडीपी के 2 विधायक और एक निर्दलीय विधायक शामिल होंगे।
इसको लेकर किरण रिजिजू ने कहा कि मेघालय में भाजपा नॉन कांग्रेस गठबंधन की सरकार को अपना समर्थन देगी। उन्होंने कहा कि हमने यूडीपी से बात की है और बताया कि सूबे के लोगों ने कांग्रेस के खिलाफ वोटिंग की है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में भाजपा के पास पूर्ण बहुमत नहीं है, ऐसे में वो कांग्रेस के खिलाफ तैयार हो रहे गठबंधन को अपना समर्थन करेगी। इस बीच रविवार को निर्दलीय विधायक सैमुअल एस संगमा ने हेमंत बिस्व सरमा से मुलाकात कर बीजेपी को सपोर्ट देने की बात कही। बता दें कि राज्य में बीजेपी ने चुनाव के पहले किसी भी पार्टी से गठबंधन नहीं किया। वह अकेले मैदान में उतरी थी। आपको बता दें कि एनपीपी और भाजपा केंद्र और मणिपुर में सरकार में सहयोगी हैं।
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